अयोध्या, 8 नवंबर 2025:
अयोध्या स्थित राजर्षि दशरथ मेडिकल कॉलेज में स्टॉफ को अनुशासन में रहने का सबक अब भक्ति मार्ग सिखाएगा। कॉलेज के प्राचार्य ने तय किया है कि गलती करने पर अब किसी छात्र या कर्मचारी का वेतन नहीं कटेगा, न ही सस्पेंशन होगा बल्कि उन्हें ‘राम नाम’ लिखने का लक्ष्य दिया जाएगा।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सत्यजीत वर्मा ने बताया कि यह पहल न केवल अनुशासन सुधारने बल्कि आत्मचिंतन की भावना जगाने के लिए शुरू की गई है। गलती की गंभीरता के अनुसार ‘राम नाम’ लिखने की संख्या तय की जाती है कोई 11 हजार बार लिखेगा, तो कोई 51 हजार बार तक।
अब तक कॉलेज के चार से पांच छात्र और कर्मचारी इस सजा का पालन कर चुके हैं। डॉ. वर्मा का कहना है कि कुछ महीने से इसका पालन लोग कर रहे हैं।राम का नाम लेने से ही गुण बढ़ते हैं और अवगुण कम होते हैं। ये स्वयं में तारक मंत्र है। यह व्यक्ति के मन, विचार और आचरण को सुधार देता है। सजा के बजाय हमने ‘राम नाम’ को आत्म-चिंतन का माध्यम बनाया है। फिलहाल इस पहल की चर्चा पूरे अयोध्या में है।






