लखनऊ, 1 जुलाई 2025:
यूपी के समाज कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण सोमवार को वाराणसी दौरे पर थे। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) जाने के लिए उन्हें वाराणसी प्रशासन की ओर से एक इनोवा (UP65QT9650) गाड़ी उपलब्ध कराई गई, जिसके बोनट पर नीली बत्ती लगी हुई थी। भारतीय पुलिस सेवा के पूर्व वरिष्ठ अधिकारी असीम अरुण की नजर जैसे ही इस अनधिकृत नीली बत्ती पर पड़ी, वे नाराज हो गए।
मंत्री ने तत्काल उस वाहन को उपयोग में लेने से इनकार कर दिया और दूसरे वाहन से कार्यक्रम स्थल के लिए रवाना हुए। कार्यक्रम में शामिल होने के बाद असीम अरुण ने वाराणसी के पुलिस आयुक्त (CP) को पत्र लिखकर संबंधित वाहन के खिलाफ कार्रवाई करने की संस्तुति की।
अपने पत्र में मंत्री ने साफ शब्दों में लिखा, “कृपया सुनिश्चित करें कि नियमों का उल्लंघन कर वाहन में अनधिकृत लाइट का उपयोग करने वाले इस वाहन का चालान अवश्य हो।” उन्होंने पत्र के साथ वाहन की तस्वीर भी संलग्न की, जिसमें नीली बत्ती स्पष्ट रूप से दिख रही है।
असीम अरुण ने लखनऊ से भेजे अपने पत्र में कहा कि नियमों का पालन सभी पर समान रूप से लागू होना चाहिए और ऐसी लापरवाही को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने पुलिस प्रशासन से अपेक्षा जताई कि नियम तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
यह घटना प्रशासनिक लापरवाही पर एक सख्त संदेश के रूप में देखी जा रही है और मंत्री की पहल को नियमों के प्रति जागरूकता और जवाबदेही की मिसाल माना जा रहा है।