
पुरी, ओडिशा | 3 अगस्त 2025
ओडिशा के पुरी ज़िले में एक 15 वर्षीय नाबालिग लड़की की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत ने पूरे राज्य को हिला दिया है। दिल्ली के एम्स अस्पताल में इलाज के दौरान शनिवार को लड़की की मौत हो गई। पीड़िता की मां ने आरोप लगाया था कि उसकी बेटी को तीन अज्ञात लोगों ने अगवा कर ज्वलनशील पदार्थ डालकर जिंदा जला दिया था। हालांकि, ओडिशा पुलिस की शुरुआती जांच में इस आरोप की पुष्टि नहीं हुई है।
घटना 19 जुलाई को सामने आई थी जब बलंगा थाने में पीड़िता की मां ने एफआईआर दर्ज कराई। FIR के मुताबिक, तीन अज्ञात बदमाश उनकी बेटी को उठाकर ले गए और उस पर पेट्रोल जैसे किसी पदार्थ से आग लगा दी। बच्ची को पहले स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उसकी गंभीर हालत को देखते हुए दिल्ली एम्स रेफर किया गया। दिल्ली में इलाज के दौरान 3 अगस्त को उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने बयान जारी करते हुए कहा है कि जांच में अब तक किसी अन्य व्यक्ति की संलिप्तता के सबूत नहीं मिले हैं। जांच में फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वॉड की मदद ली गई है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि इस संवेदनशील मामले पर कोई भड़काऊ बयानबाजी न की जाए। हालांकि पुलिस ने अब तक यह साफ नहीं किया है कि लड़की को आग कैसे लगी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है। साथ ही मुख्यमंत्री और मंत्रियों के आवासों के आसपास की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। हालांकि, पीड़िता की मां अपने आरोपों पर कायम हैं।
अब इस बात पर सबकी निगाहें हैं कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और SIT की अंतिम जांच में क्या निष्कर्ष निकलते हैं, जिससे यह पता चल सके कि आखिर 15 वर्षीय बच्ची की मौत के पीछे की सच्चाई क्या है।