
लखनऊ,7 मई 2025:
पहलगाम अटैक का बदला लेते हुए “ऑपरेशन सिन्दूर” के बाद पाकिस्तान से बढ़ते तनाव और आतंकी हमलों की आशंका के बीच उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में बुधवार को बड़े पैमाने पर मॉक ड्रिल आयोजित की गई। गोरखपुर, अमेठी, आगरा, लखनऊ और बरेली सहित कई जिलों में युद्ध जैसी आपात स्थिति से निपटने की तैयारियों को परखा गया।
गोरखपुर में बल्देव प्लाजा बना मॉकड्रिल का केंद्र
गोरखपुर के बल्देव प्लाजा में हुई मॉक ड्रिल में सिविल डिफेंस, अग्निशमन, स्वास्थ्य विभाग समेत अन्य एजेंसियों ने भाग लिया। सायरन बजते ही ब्लैकआउट शुरू हुआ और घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाने की प्रक्रिया को अमल में लाया गया।
अमेठी में रेलवे स्टेशनों पर हुआ मॉक हमला, घायलों को ग्रीन कॉरिडोर से अस्पताल पहुंचाया गया
अमेठी व गौरीगंज रेलवे स्टेशन पर आतंकी हमले की मॉकड्रिल के तहत घायल यात्रियों को ग्रीन कॉरिडोर के माध्यम से जिला अस्पताल पहुंचाया गया। इस अभियान का नेतृत्व अपर पुलिस अधीक्षक और सीएमओ अंशुमान सिंह ने किया। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग किसी भी आपदा के लिए पूरी तरह तैयार है।
आगरा में छात्राओं को दी गई जागरूकता ट्रेनिंग
आगरा के बल्केश्वर स्थित कन्या इंटर कॉलेज में मॉक ड्रिल कर छात्राओं को आपात स्थिति में सुरक्षा के उपाय सिखाए गए। मॉक ड्रिल में प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और सिविल डिफेंस के अधिकारी मौजूद रहे।
उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में मॉकड्रिल के जरिए न सिर्फ तैयारियों को परखा गया बल्कि जनता को भी जागरूक किया गया कि युद्ध या आतंकी हमले जैसी आपात स्थिति में कैसे सतर्क रहें और सहयोग करें।
लखीमपुर खीरी में डीएम और एसपी के नेतृत्व में हुई मॉक ड्रिल
इसी कड़ी में लखीमपुर खीरी पुलिस लाइन में भी युद्ध जैसी स्थिति का लाइव एक्सरसाइज हुआ। चर्चा का केंद्र बन गया। डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल और एसपी संकल्प शर्मा के नेतृत्व में हुई इस अभूतपूर्व मॉक ड्रिल में सिविल पुलिस, अग्निशमन दल, स्वास्थ्य विभाग और वायरलेस यूनिट की संयुक्त प्रतिक्रिया देखी गई। बम गिरने की परिकल्पना के साथ शुरू हुए इस अभ्यास में आग बुझाने, घायलों को सुरक्षित निकालने और पूरे परिसर की घेराबंदी जैसी सभी प्रक्रियाएं बेहद समयबद्ध ढंग से पूरी की गईं। डीएम नागपाल ने कहा कि ऐसी ड्रिल से डर कम होता है और साहस बढ़ता है। एसपी शर्मा ने इसे प्रशासन की संकल्पशक्ति का अभ्यास बताया।






