कुशीनगर, 15 जून 2025
कुशीनगर में एक प्राइवेट अस्पताल की घोर लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां पर चिकित्सकीय लापरवाही के कारण एक 25 वर्षीय महिला और उसके नवजात बच्चे की मौत हो गई। घटना के बाद पुलिस ने मामले में एक डॉक्टर को चिकित्सकीय लापरवाही के आरोप में गिरफ्तार किया है और लापरवाही के चलते निजी अस्पताल को भी सील कर दिया गया है।
मामले में उपमंडलीय मजिस्ट्रेट (खड्डा) मोहम्मद जफर ने बताया कि, “खड्डा कस्बे में खड्डा-नेबुआ रोड पर महाराणा प्रताप चौक पर स्थित विभ्रांत अस्पताल में इलाज के दौरान सिकंदर की पत्नी 25 वर्षीय महिला असमा खातून और उसके नवजात बच्चे की मौत हो गई।”
मौतों के बाद, व्यथित परिवार के सदस्यों ने अस्पताल में विरोध प्रदर्शन किया और शवों को गेट के बाहर रख दिया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को शांत कराया। एसडीएम ने कहा, “हमने अस्पताल को सील कर दिया है और आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया है।” उन्होंने कहा कि अस्पताल अवैध रूप से चल रहा था।
पुलिस के अनुसार, हनुमानगंज थाना क्षेत्र के रामपुर जंगल गांव निवासी आसमा को प्रसव पीड़ा होने पर शुक्रवार रात विभ्रांत अस्पताल लाया गया था। उसके परिवार के सदस्यों ने बताया कि रात करीब 11 बजे अस्पताल में उसका ऑपरेशन हुआ। शुरुआत में डॉक्टरों ने बताया कि ऑपरेशन सफल रहा और मां और बच्चा दोनों ठीक हैं। हालांकि, जल्द ही अस्पताल के कर्मचारियों ने बहाने बनाने शुरू कर दिए।
परिजनों ने आरोप लगाया कि डॉक्टरों ने पैसे की मांग की और जिला अस्पताल से खून का इंतजाम करने को कहा। पुलिस ने बताया कि अस्मा की हालत बिगड़ने पर अस्पताल प्रबंधन ने परिवार को उसे गोरखपुर मेडिकल कॉलेज ले जाने की सलाह दी। परिवार ने डॉ. सैयद, जिन्होंने स्वयं को अस्पताल का चिकित्सक बताया था, पर यह झूठा आश्वासन देने का आरोप लगाया कि मां और बच्चा दोनों जीवित हैं। जब परिवार को शक हुआ तो डॉ. सैयद ने कथित तौर पर अपनी गाड़ी में भागने की कोशिश की। परिवार ने तुरंत पुलिस को सूचना दी जिसने डॉक्टर को हिरासत में ले लिया।
एसडीएम जफर ने कहा, “जांच से पता चला है कि विभ्रांत अस्पताल बिना किसी पंजीकरण के चल रहा था। आगे की जांच जारी है।” खड्डा एसएचओ हर्षवर्धन सिंह ने पुष्टि की कि डॉ. सैयद के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।