हरेंद्र दुबे/आशुतोष तिवारी
गोरखपुर/सुल्तानपुर, 14 अगस्त 2025 :
यूपी में विवाहित महिलाओं ने अपनी संतानों की लंबी उम्र व सुख समृद्धि के लिए हलछठ का पर्व श्रद्धा से मनाया। महिलाओं ने छठ का व्रत रखा और पारंपरिक तरीके से पूजा-अर्चना की। महिलाओं ने हलषष्ठी व बलराम की कथा सुनाई और भगवान विष्णु व गणेश के साथ गौरा माता की पूजा की।
छठ पर्व को ललई छठ और हलछठ का पर्व भी कहा जाता है। गोरखपुर जिले में आज सुहागिन महिलाओं ने पुत्र के लंबी उम्र की कामना परिवार की सुख समृद्धि के लिए व्रत रखा। इसके लिए महिलाओं ने बुधवार को ही पूजा अर्चना की सामग्री बाजार से खरीदी। इसके बाद गुरुवार को सुबह से विभिन्न स्थानों पर व्रती महिलाएं परिवार के साथ पहुंचीं। उन्होंने कुश के पौधे की विशेष पूजा की। पूजा की थाली में दही, महुआ का फल-पत्ता और घी में बनी तिन्नी के चावल की पूड़ियां रखी गईं। महिलाओं ने पूजा-अर्चना के बाद एक-दूसरे से कथाओं का आदान-प्रदान किया। महिलाओं ने मेरसे का साग खरीदा। सभी महिलाओं ने कथा कहकर पुत्रों की लंबी उम्र, अच्छे स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना की।
सुल्तानपुर जिले के भदैया विकास खंड में हनुमान कुंड तालाब, सती माता मंदिर और पखरौली स्टेशन के पास देवा तारा समेत कई स्थानों पर सुबह से ही पूजा की तैयारियां शुरू हो गईं। महिलाओं ने ढाक के पत्ते और कुश के पौधों को जमीन में स्थापित किया। कुश में छह गांठें लगाकर महुआ के छह पत्तों पर तीनी का चावल चढ़ाया। साथ ही महुआ और दही भी छठ माता को अर्पित किया। अभियाखुर्द काली माता मंदिर के पास और देवा तारा पर रामादेवी, ममता, अनामिका, शांति, सुषमा, पुष्पा, ज्ञानमती और रागिनी सहित अन्य महिलाओं ने पूजा-अर्चना की। पूजा के बाद महिलाओं ने छठ माता से जुड़ी पारंपरिक कथा सुनाई।