
मुंबई | 26 जून 2025
वलसाड जिले में मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के तहत दरोथा नदी पर बना 80 मीटर लंबा ब्रिज तैयार हो चुका है। यह पुल बोईसर और वापी स्टेशनों के बीच स्थित है। नेशनल हाई-स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) ने इसकी जानकारी साझा करते हुए बताया कि ब्रिज में 40-40 मीटर के दो एसबीएस गर्डरों का इस्तेमाल किया गया है और यह 18 मीटर ऊंचे, 5 मीटर चौड़े गोल खंभों पर खड़ा है। इस परियोजना की कुल लंबाई 508 किलोमीटर है और NHSRCL इसके कार्यान्वयन की जिम्मेदारी संभाल रहा है।
रेलवे मंत्रालय ने भी सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें साझा करते हुए इसे इंजीनियरिंग क्षेत्र में भारत की प्रगति का प्रतीक बताया। ब्रिज का निर्माण हाई-स्पीड रेल नेटवर्क के लिए जटिल बुनियादी ढांचे को दर्शाता है। इसके अलावा वापी स्टेशन पर अहम संरचनात्मक कार्य जैसे प्लेटफॉर्म और रेल स्तर की स्लैब कास्टिंग पहले ही पूरी की जा चुकी है। फिलहाल यहां रूफ शीटिंग और बिजली के इंस्टॉलेशन का काम चल रहा है। अहमदाबाद की ओर जाने वाला एप्रोच वायडक्ट भी बन चुका है जबकि मुंबई की ओर तेजी से निर्माण कार्य जारी है।
वापी स्टेशन को अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ तैयार किया जा रहा है, जिसमें बिजनेस लाउंज, नर्सरी, लिफ्ट और एस्केलेटर शामिल होंगे। यह स्टेशन वापी के जंक्शन, बस स्टॉप और औद्योगिक क्षेत्र से अच्छी तरह से जुड़ा होगा। वहीं महाराष्ट्र के बोइसर स्टेशन पर भी तेजी से काम चल रहा है। यहां ट्रैक बिछाने के लिए पहले बेस स्लैब की ढलाई की गई है, जिसकी चौड़ाई 40 मीटर और लंबाई 37 मीटर है। इस काम में 1070 क्यूबिक मीटर कंक्रीट का उपयोग किया गया है। स्टेशन के कुल 9 बेस स्लैब बिछाए जाएंगे।
करीब 425 मीटर लंबे इस स्टेशन में दो स्तर होंगे और इसका डिज़ाइन स्थानीय कोंकणी मछली पकड़ने के जाल से प्रेरित होगा। बोइसर स्टेशन चालू होने के बाद वधवन बंदरगाह, तारापुर औद्योगिक क्षेत्र और पास के पर्यटन स्थलों तक पहुंच को बेहतर बनाएगा।






