
नागपुर, 21 मार्च 2025
नागपुर हिंसा को लेकर दर्ज पांच एफआईआर के अलावा , साइबर पुलिस ने गुरुवार को चार मामले दर्ज किए- उनमें से एक देशद्रोह के आरोप में है। सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर दर्ज किए गए देशद्रोह के मामले में माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) के शहर अध्यक्ष फहीम खान और पांच अन्य आरोपी हैं।
मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को हटाने के दक्षिणपंथी आह्वान के बाद सोमवार को हिंसा भड़क उठी। हिंसा के मद्देनजर लगाया गया कर्फ्यू नागपुर के कुछ हिस्सों से आंशिक रूप से हटा लिया गया है। नवीनतम एफआईआर हिंसा की क्लिप का उपयोग कर लोगों को सड़कों पर उतरने के लिए उकसाने के आरोप में दर्ज की गई थीं।
डीसीपी (साइबर) लोहित मतानी ने बताया कि खान के खिलाफ लगाए गए आरोपों में राजद्रोह भी शामिल है, जो भारतीय न्याय संहिता की धारा 152 (भारत की संप्रभुता को खतरे में डालना और सोशल मीडिया पर गलत सूचना फैलाना) के अंतर्गत आता है। उन्होंने कहा कि खान ने औरंगजेब की कब्र के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का एक वीडियो संपादित किया था, इसे सोशल मीडिया पर प्रसारित किया और अपने पोस्ट के माध्यम से “पुलिस अधिकारियों पर पथराव का महिमामंडन किया”।हिंसा के सिलसिले में दर्ज पहली एफआईआर में खान का भी नाम था। डीसीपी मतानी ने बताया कि चूंकि वह गिरफ़्तार है, इसलिए उसके डिवाइस पहले ही ज़ब्त कर लिए गए हैं।
चार नई एफआईआर के बारे में जानकारी देते हुए मतानी ने कहा कि इनमें 50 से ज़्यादा सोशल मीडिया प्रोफाइल के नाम शामिल हैं। पहली एफआईआर में उन सोशल मीडिया अकाउंट के नाम शामिल हैं, जिन्होंने औरंगज़ेब की कब्र को हटाने की मांग के विरोध में हुए प्रदर्शन के वीडियो शेयर किए। दूसरी एफआईआर हिंसा भड़काने वाले वीडियो पोस्ट करने और शेयर करने वाले सोशल मीडिया अकाउंट के खिलाफ़ थी। तीसरी एफआईआर हिंसा से जुड़े वीडियो पोस्ट करने और शेयर करने वाले सोशल मीडिया अकाउंट के खिलाफ़ थी और चौथी एफआईआर हिंसा का महिमामंडन करने वाले अकाउंट के खिलाफ़ थी।






