मेरठ,15 मार्च 2025
मेरठ के आईआईएमटी विश्वविद्यालय में बिना अनुमति नमाज पढ़ने का मामला सामने आया, जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिससे हिंदू संगठनों ने विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया। आरोप है कि छात्र खालिद प्रधान उर्फ खालिद मेवाती ने जानबूझकर यह वीडियो अपने इंस्टाग्राम अकाउंट “खालिद प्रधान 302” पर साझा किया, जिससे सांप्रदायिक तनाव फैल सकता था। इस मामले में कार्तिक हिंदू नाम के व्यक्ति की शिकायत पर पुलिस ने खालिद के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और आईटी एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है और उचित कार्रवाई की जाएगी।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने भी इस घटना को गंभीरता से लेते हुए खालिद प्रधान और तीन सुरक्षाकर्मियों को निलंबित कर दिया है। प्रशासन के अनुसार, बिना अनुमति नमाज पढ़ने और वीडियो वायरल करने का उद्देश्य संस्थान में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ना प्रतीत होता है। जांच समिति ने खालिद को पक्ष रखने के लिए बुलाया था, लेकिन वह उपस्थित नहीं हुआ, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। सुरक्षाकर्मियों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया गया, जिससे उन्हें भी निलंबित कर दिया गया। फिलहाल पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है, जबकि विश्वविद्यालय प्रशासन ने परिसर में अनुशासन बनाए रखने के लिए सख्त कदम उठाने की बात कही है।