
अंशुल मौर्य
वाराणसी,7 जुलाई 2025:
काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) एक बार फिर विवादों में है। राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने विश्वविद्यालय में लैंगिक उत्पीड़न और भेदभाव से जुड़े तीन गंभीर मामलों को लेकर कड़ा रुख अपनाते हुए कार्यवाहक कुलपति प्रो. संजय कुमार, आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. एस.एन. संखवार और ट्रॉमा सेंटर प्रभारी प्रो. सौरभ सिंह को 14 जुलाई 2025 को नई दिल्ली में व्यक्तिगत रूप से पेश होने का निर्देश दिया है।
पहला मामला आयुर्वेद संकाय से जुड़ा है, जहां प्रो. नम्रता जोशी ने मानसिक उत्पीड़न और महिला विरोधी व्यवहार का आरोप लगाया है। दूसरा मामला पत्रकारिता विभाग से जुड़ा है, जिसकी जांच रिपोर्ट पर आयोग असंतुष्ट है। वहीं तीसरे और सबसे चर्चित मामले में ट्रॉमा सेंटर की महिला प्रोफेसर ने कार्यस्थल पर उत्पीड़न और तानाशाही का आरोप लगाया है।
आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने चेतावनी दी है कि यदि अधिकारी तय तारीख पर पेश नहीं हुए या जवाब असंतोषजनक रहा, तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बीएचयू प्रशासन से संपर्क के प्रयास किए गए, लेकिन अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।






