आगरा, 6अक्टूबर 2024:
मयंक चावला,
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर राहुल चाहर और उनके पिता देशराज सिंह चाहर के साथ 29.50 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। आगरा निवासी देशराज सिंह चाहर ने बताया कि वे पिछले दो साल से अपने बेटे राहुल चाहर के नाम पर एक भूखंड का बैनामा करवाना चाहते थे, लेकिन बिल्डर लगातार टालमटोल कर रहा था। जब भूखंड का बैनामा नहीं हो पाया, तो देशराज सिंह बिल्डर से अपने पैसे मांगने गए, लेकिन बिल्डर ने उन्हें धमकाते हुए गाली-गलौज कर अपने ऑफिस से बाहर निकाल दिया।
देशराज सिंह चाहर, जो आगरा के विश्वकर्मा बिहार शास्त्रीपुरम थाना सिकंदरा के निवासी हैं, ने मई 2024 में अपर पुलिस आयुक्त केशव चौधरी से मुलाकात कर अपनी शिकायत दर्ज करवाई थी। उनकी शिकायत के अनुसार, गैलेक्सी निर्माण प्राइवेट लिमिटेड (राज दरबार ग्रुप) लाजपत नगर, नई दिल्ली के मालिक वासुदेव गर्ग ने गांव मघटई जगदीशपुरा में नरसी विलेज के नाम से एक कॉलोनी बनाई थी। 11 अगस्त 2012 को, देशराज सिंह ने नरसी विलेज में दो प्लॉट बुक किए थे। हालांकि, 2016 में वासुदेव गर्ग ने वही भूखंड अन्य लोगों को बेच दिए। जब देशराज सिंह को इस धोखाधड़ी की जानकारी मिली, तो उन्होंने वासुदेव गर्ग से संपर्क कर अपने पैसे वापस मांगे। लेकिन, वासुदेव गर्ग ने पैसे लौटाने से इनकार करते हुए उन्हें जान से मारने की धमकी दी और गाली-गलौज कर अपने ऑफिस से बाहर निकाल दिया।
डीसीपी सिटी सूरज राय ने कहा कि देशराज सिंह चाहर के पास भूखंड के लिए किए गए भुगतान के सभी सबूत मौजूद हैं। जांच के बाद इस धोखाधड़ी के मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।