
गोरखपुर, 28 अप्रैल 2025:
कचरा प्रबंधन में मॉडल सिटी के रूप में विकसित हो रहे गोरखपुर में मंगलवार को सीएम योगी आदित्यनाथ अत्याधुनिक गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन (जीटीएस) का लोकार्पण करेंगे। इस स्टेशन पर प्रोसेस किया गया कचरा सहजनवा के सुथनी स्थित एनटीपीसी प्लांट में भेजा जाएगा, जहां इससे चारकोल बनाकर ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा दिया जाएगा।
9.89 करोड़ की लागत से बनाया गया गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन
नेशनल एयर क्लीन प्रोग्राम के तहत नगर निगम द्वारा बनाए गए इस गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन के निर्माण पर 9.89 करोड़ रुपये की लागत आई है। स्टेशन की क्षमता प्रतिदिन 200 टन कूड़े के निस्तारण की है। यहां महानगर के 40 वार्डों से कचरा लाकर निस्तारित करने की योजना बनाई गई है।
नगर आयुक्त गौरव सिंह के मुताबिक नगर निगम में डोर-टू-डोर वाहनों से एकत्रित कचरे को जीटीएस पर लाया जाएगा। यहां सूखे और गीले कचरे को अलग कर विशेष कम्प्रेसर में प्रोसेस कर कैप्सूल रूप में परिवर्तित किया जाएगा। यह कम्प्रेस्ड कचरा पूर्णतः बंद कैप्सूल के जरिए एनटीपीसी के सुथनी स्थित प्लांट भेजा जाएगा, जिससे परिवहन के दौरान वायु प्रदूषण की कोई आशंका नहीं रहेगी।
सुथनी में एनटीपीसी द्वारा विकसित इंटीग्रेटेड वेस्ट मैनेजमेंट सिटी में कचरे से चारकोल निर्माण का प्लांट लगाया गया है। गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन के संचालन से गोरखपुर को खुले में कचरा फेंकने की समस्या से राहत मिलेगी और स्वच्छता तथा पर्यावरण संरक्षण को नई गति मिलेगी।