
पहलगाम, 2 मई 2025:
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले की जांच में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बड़ा खुलासा किया है। प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के अनुसार, इस हमले के पीछे पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा, आईएसआई और पाकिस्तानी सेना की साजिश शामिल थी। जांच में पता चला कि आतंकियों ने हमले से पहले बेताब घाटी में हथियार छिपाए थे, जो हमले की जगह से महज 10 किलोमीटर दूर है।
सूत्रों के अनुसार, आतंकियों ने हमले से पहले इलाके की रेकी भी की थी। जांच में यह भी सामने आया है कि हमले में ओवर ग्राउंड वर्कर्स (OGW) की भी अहम भूमिका थी। NIA ने अब तक 150 से अधिक लोगों के बयान दर्ज किए हैं और घटना की 3D मैपिंग करवाई है। मौके से बरामद हुए कारतूस फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे गए हैं।
प्रारंभिक रिपोर्ट में दो आतंकियों—हाशिम मूसा और अली उर्फ तल्हा—की पहचान की गई है। दोनों पाकिस्तानी नागरिक बताए जा रहे हैं, जो पाकिस्तान में स्थित अपने हैंडलरों के संपर्क में थे। NIA ने यह भी स्पष्ट किया कि लश्कर के मुख्यालय में ISI के इशारे पर पूरी साजिश रची गई थी।
OGW पर प्रशासनिक और कानूनी शिकंजा कसने की तैयारी चल रही है। इन वर्कर्स के संपर्कों की पूरी सूची NIA ने तैयार कर ली है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि आतंकी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) से ऑपरेट कर रहे थे।
गौरतलब है कि इस हमले में 26 पर्यटक मारे गए थे, जिनमें एक नेपाल नागरिक भी शामिल था। पहले इस हमले की जिम्मेदारी द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी, लेकिन बाद में इनकार कर दिया। TRF ने कहा कि उसका सोशल मीडिया अकाउंट हैक हो गया था। हमले के बाद से ही पाकिस्तान खुद को अलग बताने की कोशिश कर रहा है, जबकि जांच में उसके हाथ साफ तौर पर सामने आए हैं।






