गोरखपुर, 17 अप्रैल 2025:
यूपी के भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर में आने वाले तीमारदारों व अन्य जरूरतमंदों को इधर उधर नहीं भटकना पड़ेगा। उन्हें एम्स में ही रैन बसेरे में रुकने की सुविधा मिलेगी। इसके लिए 500 लोगों की क्षमता के रैन बसेरे का निर्माण होगा। पूर्वी यूपी के सबसे बड़े रैन बसेरे की आधार शिला कल 18 अप्रैल को सीएम योगी आदित्यनाथ रखेंगे।

पूर्वी यूपी में सबसे बड़ा होगा रैन बसेरा, मरीजों के तीमारदारों पर नहीं पड़ेगा आर्थिक बोझ
पूर्वांचल के कई जिलों से भारी संख्या में लोग इलाज व अन्य कार्यों से गोरखपुर आते हैं। रुकने रात बिताने के लिए आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की जेब पर बोझ न पड़े इसके लिए पहले से ही यहां नगर क्षेत्र में एक दर्जन से ज्यादा रैन बसेरे काम लर रहे हैं। अब इलाज के मुख्य केंद्र एम्स को ध्यान में रखते हुए नया फैसला लिया गया है। यहां रोजाना हजारों मरीज आते हैं और उनके साथ तीमारदार भी होते हैं। इन्हें ठहरने के लिए कोई रकम न खर्च करनी पड़े इसके लिए उच्च क्षमता के रैन बसेरे के निर्माण को स्वीकृति दे दी गई है।
44 करोड़ आएगी लागत, कई जिलों व पड़ोसी देश नेपाल के लोगों को मिलेगा लाभ
यहां पूर्वी उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े रैन बसेरे का निर्माण पावरग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया द्वारा 44 करोड़ की लागत से किया जाएगा। शिलान्यास कल 18 अप्रैल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे।
रैन बसेरा 500 लोगों की क्षमता का होगा। इससे गोरखपुर शहर पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों और सीमावर्ती बिहार तथा पड़ोसी देश नेपाल के लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा। बता दें कि नगर क्षेत्र में पहले से बने रैन बसेरों की कुल क्षमता 600 से अधिक लोगों की है लेकिन इस अकेले नए तैयार होने वाले बसेरे की क्षमता 500 होगी।