एमएम खान
मोहनलालगंज (लखनऊ), 20 दिसंबर 2025:
निगोहां क्षेत्र से गुजरने वाली माइनर की आधी-अधूरी सफाई का मामला उजागर होने का आखिरकार प्रशासन ने संज्ञान ले लिया। ठेकेदार द्वारा पहले महज खानापूर्ति कर सफाई छोड़ देने के चलते नहर में जगह-जगह झाड़ियां और कूड़ा-कचरा जमा था। इस समस्या को लेकर ‘द हो हल्ला’ के न्यूज पोर्टल व डिजिटल मीडिया प्लेटफार्म पर प्रमुखता से खबर को स्थान दिया था, जिसका असर दूसरे दिन ही दिखा। शनिवार से दोबारा जेसीबी मशीन लगाकर माइनर की विधिवत सफाई शुरू कराई गई।
बता दें कि माइनर पर बनी निगोहां पुलिया से सुदौली मार्ग और लक्ष्मी हॉस्पिटल के पास जिन स्थानों पर पहले सफाई नहीं की गई थी, वहां से कूड़ा-कचरा और झाड़ियां हटाई जा रही हैं। सफाई कार्य शुरू होते ही आसपास के ग्रामीणों और किसानों में खुशी का माहौल है।

बता दें कि इन दिनों किसानों को गेहूं की फसल के लिए पहले पानी की जरूरत है, ऐसे में नहर की बदहाल स्थिति उन्हें परेशान कर रही थी। किसानों ने चिंता जाहिर की थी उनकी गेंहू की फसल बर्बाद हो जाएगी। उनकी इस समस्या को हमारे सोशल मीडिया प्लेटफार्म ने जनहित में प्राथमिकता देते हुए सबके सामने रखा। खबर का असर होने के बाद जब सफाई शुरू हुई तो स्थानीय किसान आशुतोष ने बताया कि घरों के पास से गुजरने वाली नहर में गंदगी के कारण बीमारियों का खतरा बना हुआ था। उन्होंने ‘द हो हल्ला’ का धन्यवाद देते हुए कहा कि अब सफाई होने से पानी टेल तक पहुंचेगा, खेतों की सिंचाई हो सकेगी और बीमारी का खतरा भी कम होगा।
वहीं इस संबंध में जेई रमेश चंद्र ने बताया कि निगोहां पुलिया से सुदौली मोड़ तक कस्बा क्षेत्र होने के कारण स्थानीय लोग अक्सर नहर में कूड़ा-कचरा डाल देते हैं, जिससे नहर भर जाती है। जहां-जहां गंदगी थी, वहां सफाई कराई जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि 30 दिसंबर से नहर में पानी छोड़ दिया जाएगा। फिलहाल ‘द हो हल्ला’ में प्रकाशित खबर का असर यह रहा कि लंबे समय से उपेक्षित निगोहां माइनर की सफाई दोबारा शुरू होने के बाद किसानों को एक बड़ी समस्या से निजात मिली है।






