
नई दिल्ली, 30 मई 2025
पाकिस्तान एक बार फिर आतंकवादियों को पनाह देने और उनको अपने देश में छुपाने से बेनकाब हो चुका है। बीते दिनों भारत में हुए पहलगाम आतंकवादी हमले के पीछे शामिल मास्टरमाइंड सैफुल्लाह कसूरी पाकिस्तान में सार्वजनिक रूप से देखा गया है। कथित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) कमांडर सैफुल्लाह कसूरी ने पाकिस्तान में भड़काऊ सार्वजनिक उपस्थिति दर्ज कराई, जिसमें उसने पाकिस्तान मरकज़ी मुस्लिम लीग (पीएमएमएल) द्वारा आयोजित एक रैली में राजनीतिक नेताओं और वांछित आतंकवादियों के साथ मंच साझा किया। यौम-ए-तकबीर के अवसर पर कसूर में आयोजित इस रैली में भड़काऊ भाषण और भारत विरोधी नारे लगाए गए।
कसूरी, जिसे खालिद के नाम से भी जाना जाता है, ने अपनी बदनामी का खुलकर बखान करते हुए कहा, “मुझे पहलगाम आतंकी हमले का मास्टरमाइंड बताया गया, अब मेरा नाम पूरी दुनिया में मशहूर है।” उस पर पहलगाम के बैसरन मैदान में नरसंहार की साजिश रचने का आरोप है, जिसमें 26 लोगों, जिनमें ज्यादातर हिंदू पुरुष थे, को लश्कर-ए-तैयबा के एक प्रतिनिधि द रेजिस्टेंस फ्रंट के सदस्यों ने मार डाला था।
इस मौके पर लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद का बेटा और घोषित आतंकवादी तल्हा सईद भी मौजूद था। पीएमएमएल के बैनर तले राजनीतिक रूप से सक्रिय तल्हा ने जिहादी नारों से भरा एक उग्र भाषण दिया और हाफिज सईद की रिहाई की मांग की, साथ ही सिंधु जल संधि को भारत के खिलाफ विरोध का कारण बताया।
भारत ने पाकिस्तान की निंदा की है कि वह पीएमएमएल जैसे राजनीतिक मुखौटे के नीचे आतंकी नेटवर्क को मुख्यधारा में लाना जारी रखे हुए है। सार्वजनिक कार्यक्रमों में लश्कर के शीर्ष आतंकवादियों की मौजूदगी ने पाकिस्तान की आतंकी ढांचे को खत्म करने की अनिच्छा के बारे में नई चिंताएं पैदा कर दी हैं, जबकि भारत के ऑपरेशन सिंदूर में लश्कर के कई बड़े ठिकानों को खत्म कर दिया गया था।






