जयपुर, 17 अप्रैल 2025
राजस्थान पुलिस ने गैंगरेप के एक मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। दो पुलिसकर्मियों ने उसका विश्वास जीतने के लिए एक फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइल बनाई और खुद को लड़की बताकर उसका नाम लिया। आरोपी आठ महीने से फरार था और उसे पुलिस कर्मियों चरण सिंह और ईशू जैन की मदद से दिल्ली में पकड़ा गया।
आरोपी नवीन कुमार (34) उत्तर प्रदेश के बदायूं का निवासी है और उसकी गिरफ्तारी पर पहले ही 20,000 रुपये का इनाम घोषित किया जा चुका था।
मामला 24 अगस्त 2024 का है, जब हरिद्वार की एक महिला ने राजस्थान के धौलपुर में शिकायत दर्ज कराई थी। उसने बताया कि उसकी एक महिला मित्र ने दिल्ली के एक व्यक्ति का नंबर शेयर किया था और दावा किया था कि वह उसे नौकरी दिलाने में मदद कर सकता है। जब वह दिल्ली या आगरा नहीं जा सकी तो उस व्यक्ति ने धौलपुर निवासी एक अन्य व्यक्ति का नंबर उसे दे दिया। महिला को 22 अगस्त 2024 को धौलपुर बुलाया गया और वह व्यक्ति उसे एक सुनसान घर में ले गया, जहाँ उसके दोस्त भी उनके साथ शामिल हो गए। महिला ने आरोप लगाया कि उन सभी ने उसके साथ बलात्कार किया और उसे पीटा। उसने कहा कि जब आरोपी सो रहे थे तो वह भागने में सफल रही और उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया।
पुलिस ने उसका बयान दर्ज किया, उसकी मेडिकल जांच कराई और घटनास्थल से साक्ष्य एकत्र किए। घटना के तुरंत बाद तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था, लेकिन नवीन कुमार लगातार अपना ठिकाना बदलता रहा और गिरफ्तारी से बचता रहा।
मनिया थाने के एसएचओ रामनरेश मीना के अनुसार, नवीन का पता लगाने के लिए पुलिस ने साइबर टूल्स का इस्तेमाल किया और एक फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनाया और आरोपी ने अनजाने में अपना लोकेशन और विवरण साझा कर दिया।
इसके बाद पुलिस की एक टीम ने दिल्ली में उसके ठिकाने पर छापा मारकर उसे गिरफ्तार कर लिया। अब उसे आगे की जांच के लिए धौलपुर लाया गया है।