Uttar Pradesh

पूजा पाल ने लगाया सीधा आरोप, कहा…मेरी हत्या हुई तो सपा व उसके मुखिया होंगे दोषी

लखनऊ, 23 अगस्त 2025 :

यूपी की विधानसभा में सीएम योगी की तारीफ के बाद सपा से निष्कासित की गईं विधायक पूजा पाल एक बार फिर सुर्खियों में हैं। 14 अगस्त को सपा मुखिया द्वारा निष्कासन पत्र जारी करने के बाद आज विधायक पूजा पाल ने भी एक पत्र जारी किया है। इसमें गुजरे अतीत से लेकर ताजा घटनाक्रम का जिक्र कर भविष्य में अपनी जान का खतरा समाजवादी पार्टी और उसके मुखिया से बताया गया है। उन्होंने अपनी हत्या की संभावना भी जताई है।

बता दें यूपी विधानसभा के मानसून सत्र में ‘विजन डाक्यूमेंट 20247’ पर 24 घण्टे की चर्चा हुई थी। इस दौरान सपा विधायक पूजा पाल ने सीएम की खुलकर तारीफ की थी। उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री योगी ने जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई, जिसके चलते उन्हें और कई अन्य महिलाओं को न्याय मिला। उन्होंने प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद के खिलाफ सख्त कार्रवाई का उल्लेख करते हुए कहा, “मेरे पति के हत्यारे अतीक अहमद को मुख्यमंत्री ने मिट्टी में मिला दिया। जब मैं लड़ाई से थकने लगी थी, तब उन्होंने मुझे न्याय दिलाया। आज पूरा प्रदेश मुख्यमंत्री की ओर भरोसे से देख रहा है।

उनके इस बयान के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने 14 अगस्त की तारीख में पत्र जारी कर उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया था। पत्र में कहा था कि पूजा पाल का यह कदम पार्टी विरोधी और गंभीर अनुशासनहीनता है। उन्हें तत्काल प्रभाव से सपा की सदस्यता और सभी पदों से हटा दिया गया है। अब वह पार्टी के किसी भी कार्यक्रम या बैठक में हिस्सा नहीं ले सकेंगी और न ही उन्हें आमंत्रित किया जाएगा पार्टी से निष्कासन के बाद ही विधायक पूजा पाल पर सोशल मीडिया के जरिये टिप्पणी शुरू हो गई। इस बीच कमेंट को आपत्तिजनक व अशोभनीय बताकर प्रयागराज के कर्नलगंज थाने में उमेश यादव नामक व्यक्ति के खिलाफ केस भी दर्ज कराया गया।

अब इस पूरे घटनाक्रम को लेकर विधायक पूजा पाल ने अपने एक्स हैंडल पर सपा मुखिया अखिलेश यादव को संबोधित दो पेज का पत्र जारी किया है। इस पत्र में उन्होंने अपने पति की हत्या व उसके बाद अपने संघर्ष का जिक्र किया है। वहीं अपराधियों के प्रति भाजपा के दृष्टिकोण को सही ठहराया। निष्कासन से पूर्व उनका पक्ष न जानने पर सवाल उठाते हुए कहा है कि क्या सचमुच आप सम्पूर्ण पीडीए के संरक्षक हो या सिर्फ पिछड़ों और दलितों को छलने का काम समाजवादी पार्टी कर रही है। उन्होंने ये भी कहा कि यदि मुझे भारतीय जनता पार्टी के राज्य सभा के प्रत्याशी को वोट देने के कारण पार्टी से निस्कासित किया है तो आपने व आपकी पत्नी ने कई अवसरों पर अलग-अलग दलों को वोट दिए है। हमने अपने पति की हत्या में न्याय करने वाले को धन्यवाद दे दिया तो हमें पार्टी से निकाल दिया जाता है।

पूजा पाल ने अपने पत्र में कहा है कि ”एक बेकसूर, विधवा, अनाथ, अति पिछड़े की बेटी पूजा पाल को समाजवादी पार्टी के लोग किस-किस तरह की गन्दी गन्दी गालियां सोशल मीडिया पर देते हैं, यहाँ तक की जान से मारने की भी धमकियों दी जाती हैं, किन्तु मैंने अपना वास्तविक लक्ष्य प्राप्त कर लिया है, मेरे पति के हत्यारों को सजा मिल गयी, अब मुझे मौत भी मिले तो भी गर्व ही होगा, किन्तु आपने मुझे जिस तरह बीच रास्ते में अपमानित कर मरने के लिये छोड़ दिया है, जिससे समाजवादी पार्टी के अपराधी अनुयायिओं का मनोबल बहुत बढ़ गया है, इसलिये सम्भव है मेरे पति की तरह मेरी भी हत्या हो जाय, यदि ऐसा होता है तो मैं सरकारों से प्रशासन से मांग करती हूं कि मेरी हत्या का वास्तविक दोषी समाजवादी पार्टी व अखिलेश यादव को ही माना जाय”।

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