प्रयागराज, 30 नवंबर 2024:
यूपी के प्रयागराज में भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र की ओर से एक दिसंबर से आयोजित होने जा रहे राष्ट्रीय शिल्प मेले में विभिन्न राज्यों के लोकगीत एवं लोकनृत्यों की बहुरंगी छटा दिखाई देगी। 12 दिसंबर तक चलने वाले इस मेले में ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के तहत कई रंगारंग कार्यक्रम होंगे।
शिल्प और स्वाद का अनूठा उत्सव
मेले में विभिन्न राज्यों के प्रसिद्ध हस्तशिल्प, कपड़े, आभूषण, लकड़ी के उत्पाद और पारंपरिक पेंटिंग्स प्रदर्शित होंगे। उत्तर प्रदेश सहित 22 राज्यों के शिल्पकार अपने उत्पादों का प्रदर्शन करेंगे। राजस्थान के ब्लू पॉटरी से लेकर वाराणसी की रेशमी साड़ियां तथा बंगलूरू के हैण्डलूम पूरे सिल्क फैब्रिक और मध्य प्रदेश के हाथ की कढ़ाई के कोटा, यूपी, झारखंड, बिहार के रेशमी कपड़े, शॉल, जयपुरी रजाई, कई राज्यों के स्टोन ज्वेलरी जैसे अन्य उत्पाद भी देखने को मिलेंगे। लोग गुजरात, राजस्थान, बिहार सहित विभिन्न प्रांतों के व्यंजनों का स्वाद भी चख सकेंगे।
लोकनृत्य और सुगम संगीत से सजेगी शाम
मेला कई वर्ष से प्रयागराज के लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना है। हर दिन देश के कई राज्यों से आए लोक कलाकार मुक्ताकाशी मंच पर अपनी प्रस्तुतियों से देश के विभिन्न क्षेत्रों की संस्कृति से रूबरू कराएंगे। केंद्र के प्रभारी निदेशक आशिस गिरि ने बताया कि मेले में युवाओं को आदिवासी, लोक, शास्त्रीय, उपशास्त्रीय गायन-वादन के साथ ही नृत्य से जोड़ने के लिए विशेष प्रयास किए गए हैं। राजस्थान के मैदानी कलाकार नटबाजी, हरियाणा का बम रसिया और राजस्थान के चकरी नृत्य की प्रस्तुति से दर्शकों का मनोरंजन करेंगे। पहली दिसंबर को केंद्र परिसर से दोपहर 2 बजे शोभा यात्रा निकाली जाएगी, जो एजी ऑफिस होते हुए सुभाष चौराहा पहुंचेगी। सिविल लाइंस उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष नीरज जायसवाल, गायिका एवं महामंत्री स्वाति निरखी, क्षेत्रीय पार्षद पंकज जायसवाल एवं अन्य व्यापारियों द्वारा कलाकारों का स्वागत किया जाएगा।