
अयोध्या, 30 जून 2025:
अयोध्या में इस बार सावन में रामलला को झूला झुलाने की परंपरा नए भव्य स्वरूप में साकार होने जा रही है। इस वर्ष झूलनोत्सव के दौरान रामलला सोने के झूले पर विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देंगे। इसके लिए दो खास झूले तैयार किए जा रहे हैं। इसके साथ ही श्रद्धालुओं को पहली बार यह भव्य दृश्य दूरदर्शन के माध्यम से भी सुलभ होगा।
पांच-पांच करोड़ कीमत के दो झूले किए जा रहे तैयार
जानकारी के अनुसार मुंबई के कारीगरों द्वारा तैयार किए जा रहे सोने के दो झूलों में प्रत्येक का वजन लगभग पांच किलोग्राम है। इनमें एक झूले की कीमत करीब पांच करोड़ रुपये बताई जा रही है। 26 जुलाई तक ये झूले मुंबई से अयोध्या पहुंच जाएंगे और उसी दिन से झूलनोत्सव की शुरुआत होगी। रामलला और सीताराम 29 जुलाई को झूले पर विराजमान होंगे।
29 जुलाई से 9 अगस्त तक रहेगी झूलनोत्सव की धूम
अयोध्या में झूलनोत्सव की यह परंपरा सदियों पुरानी है। इस वर्ष सावन शुक्ल तृतीया (29 जुलाई) से लेकर सावन पूर्णिमा (9 अगस्त) तक रामनगरी के हजारों मंदिरों में झूलनोत्सव की भव्यता देखने को मिलेगी। लाखों श्रद्धालु अयोध्या पहुंचकर इस अनुपम दर्शन का लाभ लेंगे।
इस अवसर पर श्रद्धालु रामकथा संग्रहालय में राम मंदिर आंदोलन की 500 वर्षों की कानूनी यात्रा से भी परिचित हो सकेंगे। संग्रहालय में भगवान श्रीराम की कथा को चित्रों, ध्वनि और भावनात्मक माध्यमों से प्रस्तुत किया जाएगा। साथ ही, भूमि विवाद से जुड़े ऐतिहासिक दस्तावेज, अदालती फैसले और संविधानिक संघर्ष को भी क्रमबद्ध ढंग से प्रदर्शित किया जाएगा।
मंदिर निर्माण समिति के पदाधिकारियों के मुताबिक संग्रहालय के बेसमेंट में एक विशेष गैलरी राम की विश्व व्यापकता को समर्पित होगी। इसके अलावा संग्रहालय परिसर में एक ऑडिटोरियम और बुक स्टाल का निर्माण भी किया जा रहा है।