एमएम खान
मोहनलालगंज (लखनऊ), 30 दिसंबर 2025:
राजधानी लखनऊ स्थित नगराम थाना क्षेत्र के नेवाज खेड़ा स्थित प्राथमिक विद्यालय से बड़ी मात्रा में पाठ्यपुस्तकों को कबाड़ी के हाथों बेचे जाने का मामला सामने आया है। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि छुट्टी के दिन स्कूल खोलकर ये करतूत की गई। वहीं एबीएसए ने जांच कर कार्रवाई की बात कही है।

वायरल वीडियो में स्कूल परिसर से लगभग दो क्विंटल से अधिक किताबें कबाड़ी द्वारा ले जाते हुए साफ दिखाई दे रही हैं। बताया जा रहा है कि यह वीडियो गांव के कुछ युवकों ने बनाया और सोशल मीडिया पर साझा किया। ग्रामीणों के अनुसार, 30 दिसंबर मंगलवार को घोषित अवकाश के दिन प्राथमिक विद्यालय नेवाज खेड़ा के प्रधानाध्यापक रविंद्र गुप्ता स्कूल पहुंचे और बच्चों को वितरित की जाने वाली किताबों को कबाड़ी के हाथ बेच दिया। आरोप है कि करीब 2 क्विंटल 10 किलो नई किताबें कबाड़ के भाव में बेची गईं।
ग्रामीणों का कहना है कि सरकार बच्चों की पढ़ाई के लिए निशुल्क किताबें उपलब्ध कराती है, ताकि कोई बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। ऐसे में किताबों को बेच देना गंभीर लापरवाही है। मौके पर पहुंचे ग्रामीण मोनू, मोहित, प्रियांशु और हनी ने इसका विरोध किया और पूरे मामले का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया।

नियमों के मुताबिक, अनुपयोगी या पुरानी पुस्तकों के निस्तारण की एक तय प्रक्रिया होती है, लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि इस मामले में किसी भी नियम का पालन नहीं किया गया। मामले को लेकर एबीएसए सुशील कुमार कन्नौजिया ने कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है। उन्होंने कहा कि इस तरह की हरकत करने वाले शिक्षकों की मानसिकता चिंताजनक है। पूरे प्रकरण की जांच कराई जा रही है और यदि आरोप सही पाए गए तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।






