विजय पटेल
रायबरेली, 27 अक्टूबर 2025:
रायबरेली जिले के चंदापुर थाना क्षेत्र के सिकंदरपुर गांव निवासी राजीव को सऊदी अरब में गिरफ्तार कर 3 साल की जेल की सजा सुनाई गई है. इसके साथ ही उस पर 73,120 रियाल (करीब 18 लाख रुपए) का जुर्माना भी लगाया गया है। वह बीते दो वर्षों से रियाद में काम कर रहा था और वहीं से भागकर भारत लौटने की कोशिश कर रहा था।
राजीव के पिता विंध्या प्रसाद के मुताबिक, बेटे ने नौकरी के लिए रिश्तेदारों से कर्ज लेकर वीजा व पासपोर्ट बनवाया था। एजेंट ने उसे पानी का टैंकर चलाने का काम बताकर 2023 में रियाद भेजा। वहां पहुंचते ही काम बदल दिया गया और उसे कूड़ा उठाने वाले ट्रेलर पर लगा दिया गया। परिजन बताते हैं कि वहां उसे भूखा-प्यासा रखा जाता था और प्रताड़ित किया जाता था। कई बार फोन पर उसने आपबीती सुनाई, फिर महीनों संपर्क टूट गया। इससे परिवार की चिंता बढ़ती गई।
काफी समय बाद फिर फोन आया और राजीव रोते हुए बोला कि वह अत्याचार से तंग आकर भागकर भारत लौटने की कोशिश कर रहा था। यमन बॉर्डर रूट से आने की सलाह उसे कुछ लोगों ने दी थी। हालांकि, सीमा पर तैनात सुरक्षा बलों ने उसे पकड़कर जेल भेज दिया। राजीव की मां सूरज कली कहती हैं कि उनका बेटा रियाद की जेल में बंद है और वे उसे वापस लाने के लिए मोदी-योगी सरकार से अपील करती हैं। भाई अर्जुन कहता है कि परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर है। राजीव आठ भाई-बहनों में तीसरे नंबर पर है और घर के सहारे का बड़ा हिस्सा उसी पर था। इस मामले को सोशल मीडिया पर उठाया गया है और सरकारी हस्तक्षेप की मांग की है।






