Uttar Pradesh

रेलवे: अमृत भारत योजना में अटका था बिल… सीबीआई ने रिश्वत लेते 4 लोगों को दबोचा

लखनऊ, 15 जुलाई 2025:

यूपी की राजधानी स्थित उत्तर रेलवे के डीआरएम दफ्तर में अमृत भारत योजना से जुड़े मिशन गति शक्ति में कमीशनबाजी और रिश्वत का खेल उजागर हुआ है। इसकी पोलपट्टी तब खुली जब अटके बिल को पास करने के लिए घूस मांगी गई। शिकायत सीबीआई तक पहुंचीं जाल बिछाया गया और डिप्टी चीफ इंजीनियर, आफिस सुपरिटेंडेंट व सीनियर सेक्शन इंजीनियर समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दस लोगों पर केस दर्ज कराकर दस्तावेज व डिजिटल डाटा कब्जे में लिया गया है। सीबीआई इस पूरे खेल को खंगालने में जुटी है।

हजरतगंज डीआरएम आफिस में तैनात 2 अफसर व महिला बाबू संग निजी कम्पनी का कर्मचारी गिरफ्तार

दरअसल राजधानी लखनऊ के हजरतगंज में नार्दन रेलवे (उत्तर रेलवे) मंडल रेल प्रबंधक (DRM) का आफिस है। सोमवार की शाम यहां सीबीआई की टीम आ धमकी। यहां इंजीनियरिंग अनुभाग में लिपिक अंजुम निशा को रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि एक बिल पास कराने के लिए महिला बाबू ने ठेकेदार से रिश्वत मांगी थी। ठेकेदार ने इसकी शिकायत सीबीआई से कर दी थी। ठेकेदार ने जैसे ही लिफाफा थमाया टीम ने उसे दबोच लिया। इस महिला की तैनाती रेलवे के मिशन गति शक्ति प्रोजेक्ट से जुड़ी थी।

मिशन गति शक्ति प्रोजेक्ट में चल रहा था खेल

बता दें कि मिशन गति शक्ति पर ही अमृत भारत योजना के तहत स्टेशनों के कायाकल्प की जिम्मेदारी है। इसलिए इसके तहत विभिन्न कम्पनियों को करोड़ो के काम दिए जाते हैं और उनके बिल का पेमेंट किया जाता है। गिरफ्तार महिला इस पूरे खेल का एक हिस्सा लगी तो सीबीआई ने डीआरएम दफ्तर में डेरा डाल दिया। टीम ने काफी समय लगने की आशंका से खान पान की सामग्री मंगाई और आगे की पड़ताल शुरू कर दी।

3 लाख से अधिक की रिश्वत की रकम बरामद

टीम के छापे में प्राइवेट कंपनी का एक कर्मचारी जिम्मी सिंह भी हत्थे चढ़ गया। उसने बताया कि वो अधिकारियों को रिश्वत देने आया था। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह डिप्टी चीफ इंजीनियर विवेक कुशवाहा को घूस देने आया था। इसके बाद डिप्टी चीफ इंजीनियर विवेक कुशवाहा को भी गिरफ्तार किया गया। इसके बाद सीनियर सेक्शन इंजीनियर अशोक रंजन को भी घूस की रकम के साथ पकड़ा गया। टीम को अभी तक विवेक,अंजुम व अशोक तीनों के पास से 3 लाख 30 हजार रुपये बरामद हो चुके थे।

देर रात तक चला छापा, दस्तावेज जब्त, आफिस से भागने वालों की हो रही पहचान

बताया गया कि सीबीआई की टीम ने डिप्टी चीफ इंजीनियर विवेक कुशवाहा समेत 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। टीम देर रात तक लखनऊ समेत कई ठिकानों पर दबिश देती रही। गिरफ्तार अधिकारियों और कर्मचारियों के घर और दफ्तरों में भी तलाशी जारी है। एजेंसी को शक है कि प्रोजेक्ट पास कराने के नाम पर बड़े पैमाने पर घूसखोरी का जाल फैला हुआ है, जिसमें और भी लोग शामिल हो सकते हैं। दफ्तर छोड़कर भाग निकले कर्मचारी और अधिकारी की पहचान और तलाश की जा रही है। टीम ने कई अहम दस्तावेजों, प्रोजेक्ट फाइलों और कंप्यूटर डेटा को जब्त कर लिया है।

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