
कोटा, 30 नबंवर 2024
राजस्थान के बूंदी जिले में एक 50 वर्षीय महिला को एक स्वयंभू ओझा और उसके सहायकों ने कथित तौर पर प्रताड़ित किया, जिन्होंने उसे “डायन” (चुड़ैल) कहा। पुलिस ने शुक्रवार को घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि आरोपियों ने पीड़िता को एक पेड़ से बांध दिया, उसके बाल काट दिए, उसका चेहरा काला कर दिया और उसे “बुरी आत्मा” से “मुक्त” करने के लिए दो दिनों तक गर्म लोहे की छड़ से जलाया।
शाहपुरा की रहने वाली महिला नंदूबाई मीना को हिंडोली क्षेत्र के गुडागोकुलपुरा गांव के पास एक स्थानीय पूजा स्थल पर प्रताड़ित किया गया। पुलिस ने कहा कि ओझा और उसके सहयोगियों का मानना था कि वह कथित बुरी आत्मा के कारण अपनी भतीजी को नुकसान पहुंचा रही थी, जिसकी हाल ही में गांव में शादी हुई थी। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने शुक्रवार को नंदूबाई को बचाया। उन्होंने उसके बयान के आधार पर स्वयंभू ओझा बाबूलाल और दो अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया। नंदूबाई के परिवार ने दावा किया कि घटना कुछ दिन पहले हुई थी और उन्होंने 27 नवंबर को पुलिस को इसकी सूचना दी थी, लेकिन उस समय कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। उन्होंने यातना दिखाने वाला एक मिनट का वीडियो भी प्रदान किया, जिसमें उन्होंने कहा कि कुछ स्थानीय लोग इस विश्वास के तहत आरोपी की मदद कर रहे थे कि कोई आत्मा उसके पास है। हालांकि, पुलिस उपाधीक्षक (हिंडोली सर्कल) अजीत मेघवंशी ने बताया कि नंदूबाई ने 27 नवंबर को घटना की सूचना दी थी लेकिन बाद में वह घर लौट आई थी। जब पुलिस बयान के लिए उसे ढूंढने की कोशिश कर रही थी, तो परिवार ने शुक्रवार को मीडिया में वीडियो जारी किया, जिससे पुलिस को उसे ढूंढने में मदद मिली। उसे मेडिकल जांच के लिए भेजा गया। पुलिस ने शुक्रवार शाम मुकदमा दर्ज कर बाबूलाल को पूछताछ के लिए गिरफ्तार कर लिया। प्रताड़ना में शामिल अन्य संदिग्धों की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं।






