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रक्षाबंधन 2025: जानिए राखी बांधते समय क्यों जरूरी है तीन या पांच गांठें लगाना

नई दिल्ली, 7 अगस्त 2025
रक्षाबंधन भाई-बहन के प्रेम और विश्वास का प्रतीक पर्व है, जो हर साल श्रावण पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। साल 2025 में रक्षाबंधन का त्योहार 9 अगस्त, शनिवार को मनाया जाएगा। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र, सुख-समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य की कामना करती हैं।

राखी बांधते समय कुछ धार्मिक नियमों का पालन करना आवश्यक होता है, जिनमें सबसे महत्वपूर्ण है राखी में गांठ बांधने की परंपरा। शास्त्रों के अनुसार, राखी बांधते समय बहन को रक्षा सूत्र में तीन गांठें बांधनी चाहिए।

इन तीन गांठों का खास महत्व है –

  • पहली गांठ सुख, समृद्धि और दीर्घायु का प्रतीक होती है।

  • दूसरी गांठ प्रेम और विश्वास का संकेत देती है।

  • तीसरी गांठ मर्यादा, धर्म और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देती है।

इस तरह राखी सिर्फ एक धागा नहीं, बल्कि बहन की भावनाओं, आशीर्वाद और भाई के प्रति उसके विश्वास का प्रतीक बन जाती है।

वहीं, कई बहनें राखी बांधते समय पांच गांठें भी लगाती हैं। यह परंपरा पंच तत्वों (पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, आकाश) से जुड़ी मानी जाती है। ऐसी राखी बांधते समय बहन पूरे श्रद्धा भाव से भगवान से अपने भाई की रक्षा, सफलता और समृद्धि की कामना करती है।

राखी बांधते समय एक विशेष मंत्र का उच्चारण करना भी शुभ माना जाता है:
“ॐ येन बद्धो बलि राजा दानवेन्द्रो महाबलः। तेन त्वामपि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल॥”
इस मंत्र का अर्थ है कि जिस रक्षा सूत्र से महान राजा बलि को बांधा गया था, उसी सूत्र से मैं तुम्हें बांधती हूं। हे रक्षासूत्र, तुम अडिग रहो।

इस पर्व को मनाने के पीछे यही भावना होती है कि भाई-बहन का यह पवित्र बंधन सदैव अटूट बना रहे।

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