
अयोध्याधाम, 3 अप्रैल 2025:
यूपी की अयोध्या में रामनवमी का उत्सव अभी से रामलला के मंदिर में दिखने लगा है। सूर्य तिलक विशेष साज सज्जा के साथ मंदिर को पर्व पर अनुष्ठान के लिए सम्पूर्ण रूप दिया जा रहा है। इसी के तहत मुख्य राममंदिर के शिखर के लिए कलश की विशेष पूजा की गई। इसे स्वर्ण मंडित कर शुभ मुहूर्त में स्थापित किया जाएगा।
रामलला के धाम में रामनवमी की धूम, स्वर्ण मंडित किये जाएंगे कलश
अयोध्या में रामनवमी पर्व की तैयारियां तेज हो गईं हैं। रामलला मंदिर परिसर में सप्तमंडप बना है। इसके सात मंदिरों महर्षि वाल्मीकि, वशिष्ठ, विश्वामित्र, अगस्त्य, निषादराज, अहिल्या और शबरी के साथ-साथ संत तुलसीदास और शेषावतार मंदिर भगवान भाष्कर, पवनपुत्र , श्रीगणेश, मां दुर्गा, महादेव और मां अन्नपूर्णा के मंदिर भी बने हैं। इन सभी मंदिरों के शिखर पर कलश स्थापित किए जाएंगे। इन मंदिरों के कलशों को स्वर्णमंडित किया जाएगा।
वैदिक आचार्यों ने सम्पन्न कराया अनुष्ठान
मुख्य रामलला मंदिर के शिखर पर कलश स्थापना से इसकी शुरुआत होनी है। इसी उद्देश्य से शिखर पर स्थापना से पूर्व सभी को पूजा गया। सभी कलशों का सामूहिक पूजन नवरात्र की पंचमी तिथि को वैदिक आचार्यों की देखरेख में किया गया। इन्हें अब अलग-अलग मुहूर्तों में स्थापित किया जाएगा। इस मौके पर महंत कमलनयन दास, ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र, महासचिव चंपत राय भी मौजूद रहे।