गोला गोकर्णनाथ को कहते हैं “छोटी काशी”… जानें धार्मिक और पौराणिक महत्व

TheHoHallaTeam
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लखीमपुर खीरी, 22 फरवरी 2025:

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ आज लखीमपुर खीरी के प्रसिद्ध शिव मंदिर गोला गोकर्णनाथ पहुंचे और पूजा-अर्चना की। इस पावन स्थल को ‘छोटी काशी’ के नाम से भी जाना जाता है। मुख्यमंत्री ने यहां गोला गोकर्णनाथ कॉरिडोर और कुंभी बायोप्लांट का शिलान्यास किया।

गोला गोकर्णनाथ कॉरिडोर का भव्य निर्माण

गोला गोकर्णनाथ कॉरिडोर का निर्माण 96 करोड़ रुपए की लागत से 19524.67 वर्ग मीटर क्षेत्र में किया जाएगा। इस कॉरिडोर में तीन मुख्य प्रवेश द्वार बनाए जाएंगे:

मुख्य प्रवेश द्वार – अंगद धर्मशाला के पास स्थित होगा।

दूसरा प्रवेश द्वार – तीर्थ सरोवर के पास बनेगा।

तीसरा प्रवेश द्वार – शिव मंदिर के प्रवेश द्वार के रूप में होगा।

इसके अलावा, वीआईपी एंट्री के लिए नीलकंठ मैदान की ओर से 8 मीटर का चौड़ा मार्ग भी बनाया जा रहा है। तीर्थ कुंड समेत पूरे परिसर को सजाया जाएगा और तीर्थ की सीढ़ियों पर पत्थर लगाए जाएंगे।

‘छोटी काशी’ गोला गोकर्णनाथ का पौराणिक इतिहास

गोला गोकर्णनाथ को ‘छोटी काशी’ के नाम से जाना जाता है, जिसका धार्मिक और पौराणिक महत्व है। मान्यता है कि यहां शिवलिंग की स्थापना त्रेतायुग में रावण द्वारा अनजाने में हुई थी। कथा के अनुसार, भगवान शिव ने रावण को शिवलिंग दिया और शर्त रखी कि अगर इसे धरती पर रखा गया, तो यह वहीं स्थापित हो जाएगा। भगवान विष्णु ने गड़रिए का रूप धारण कर शिवलिंग को भूमि पर स्थापित करवाया। रावण के अंगूठे के दबाव से शिवलिंग पर गौ-कर्ण (गाय के कान) जैसा निशान बन गया, जिससे इस स्थान का नाम ‘गोकर्णनाथ’ पड़ा।

प्राचीन मंदिरों और कुंडों की विशेषता

गोला गोकर्णनाथ में श्रीगोकर्णनाथ महादेव का विशाल मंदिर स्थित है, जिसके चारों ओर 8 किलोमीटर की परिधि में 5 प्राचीन कुंड और शिवालय हैं। यहां पांच प्रमुख शिव मंदिर हैं।

  1. गोकर्णनाथ महादेव
  2. देवेश्वर महादेव
  3. गदेश्वर महादेव
  4. बटेश्वर महादेव
  5. स्वर्णेश्वर महादेव

आध्यात्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

योगी आदित्यनाथ द्वारा कॉरिडोर के शिलान्यास से न केवल धार्मिक महत्व को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि यहां के पर्यटन को भी नई ऊंचाइयां मिलेंगी। अयोध्या, काशी और मां विंध्यवासिनी धाम के बाद अब गोला गोकर्णनाथ में भी भव्य कॉरिडोर का निर्माण प्रदेश को आध्यात्मिक दृष्टि से सशक्त करेगा।

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