
अयोध्या,26 दिसंबर 2024
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का पहला वार्षिकोत्सव इस बार भव्यता के साथ मनाया जाएगा। यह आयोजन 11 जनवरी 2025 को पौष शुक्ल द्वादशी तिथि पर होगा, जो भगवान रामलला के भव्य मंदिर में विराजमान होने के एक वर्ष पूरे होने का प्रतीक है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने इसे “द्वादशी महोत्सव” के रूप में तीन दिनों तक मनाने का निर्णय लिया है। पूरे आयोजन में धार्मिक अनुष्ठानों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का अनोखा संगम देखने को मिलेगा।
11 जनवरी को मुख्य कार्यक्रम दोपहर 12:20 बजे शुभ मुहूर्त पर होगा, जब रामलला का अभिषेक और आरती की जाएगी। यह वही समय है जब 22 जनवरी 2024 को भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी। आयोजन की शुरुआत सुबह 8 बजे मंदिर परिसर में यज्ञ मण्डप पर शुक्ल यजुर्वेद के मंत्रों के साथ अग्निहोत्र से होगी, जो दोपहर 11 बजे तक चलेगा। इसके बाद, दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक अग्निहोत्र और 6 लाख श्रीराम मंत्र जाप का आयोजन किया जाएगा। साथ ही, राम रक्षा स्त्रोत और हनुमान चालीसा का पाठ होगा।
मंदिर के भूतल पर शाम 3 बजे से 5 बजे तक भक्त राग सेवा का आनंद ले सकेंगे, जबकि शाम 6 बजे से 9 बजे तक बधाई गान का आयोजन होगा। वहीं, यात्री सुविधा केंद्र के प्रथम तल पर संगीतमय मानस पाठ दिनभर जारी रहेगा।
अंगद टीला पर दोपहर 2 बजे से 3:30 बजे तक राम कथा होगी, इसके बाद 3:30 बजे से 5 बजे तक मानस प्रवचन सुनाए जाएंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रम शाम 5:30 बजे से 7:30 बजे तक होंगे, जिसके बाद भगवान का प्रसाद वितरण पूरे दिन भक्तों के बीच जारी रहेगा।
इस भव्य आयोजन में श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक अनुभव, भक्ति की भावना, और सांस्कृतिक समृद्धि का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा। यह वार्षिकोत्सव प्रभु रामलला के प्रति श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक बनेगा।