
मुंबई, 10 मार्च 2025
बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान ने एक बड़ी कानूनी लड़ाई जीत ली है। आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण (आईटीएटी) ने उनके पक्ष में फैसला सुनाते हुए वित्त वर्ष 2011-12 के लिए कर पुनर्मूल्यांकन को रद्द कर दिया है। इससे उनकी विदेशी आय को लेकर लंबे समय से चल रहा विवाद खत्म हो गया है।
कर विवाद क्यों हुआ?
शाहरुख खान की फिल्म रा.वन से हुई कमाई पर यू.के. में टैक्स लगाया गया क्योंकि फिल्म का 70% हिस्सा वहां शूट किया गया था। उनका भुगतान यू.के. स्थित कंपनी विनफोर्ड प्रोडक्शन के माध्यम से हुआ। हालांकि, भारतीय कर अधिकारियों ने तर्क दिया कि इस सेटअप से भारत को नुकसान हुआ। उन्होंने उनकी आय का पुनर्मूल्यांकन किया, इसे 83.42 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 84.17 करोड़ रुपये कर दिया और विदेशी कर क्रेडिट के लिए उनके दावे को अस्वीकार कर दिया।
ITAT ने शाहरुख खान के पक्ष में फैसला सुनाया
संदीप सिंह करहेल और गिरीश अग्रवाल की सदस्यता वाली ITAT समिति ने पुनर्मूल्यांकन को अमान्य पाया क्योंकि:
- कर अधिकारी ने मामले को पुनः खोलने के लिए कोई नया साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया।
- प्रारंभिक मूल्यांकन में इस मुद्दे की पहले ही समीक्षा की जा चुकी थी।
- बिना उचित कारण बताए चार साल बाद मामले को दोबारा खोलना कर कानूनों के विरुद्ध था।
इसका क्या अर्थ है
यह फैसला शाहरुख खान के लिए एक बड़ी जीत है और इससे विदेशी आय वाले अन्य भारतीय करदाताओं को भी मदद मिलेगी। यह इस बात की पुष्टि करता है कि कर पुनर्मूल्यांकन मजबूत कानूनी कारणों के बिना नहीं किया जा सकता है।
शाहरुख खान की आने वाली फिल्म
इस मामले को पीछे छोड़ते हुए शाहरुख खान अपनी अगली फिल्म किंग पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जिसमें उनकी बेटी सुहाना खान मुख्य भूमिका में हैं। फिल्मांकन मार्च 2025 में शुरू होगा, और वैश्विक रिलीज की योजना 2026 में बनाई गई है। एक और कानूनी जीत के साथ, शाहरुख खान बॉलीवुड में एक मजबूत और सफल स्टार बने हुए हैं।






