पटना, 27 अप्रैल 2025
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए हर पार्टी अपने स्तर पर जनता को लुभाने और वोट बैंक के लिए तमाम प्रयास कर रही है ऐसे में राजद पाटी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी संगठन को मजबूत करने के लिए बिहार के सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों में सम्मेलन आयोजित करेगी। पटना स्थित पार्टी कार्यालय में आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में भाग लेने के बाद बिहार के नेता प्रतिपक्ष ने कहा, “हमारी बैठक केवल चुनावी रणनीति के लिए नहीं थी। हम जमीनी स्तर पर पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने के लिए बिहार के सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों में सम्मेलन आयोजित करेंगे।
इन सम्मेलनों के माध्यम से हमारी पार्टी के कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर लोगों से सीधा संवाद स्थापित करेंगे। गांव स्तर पर पार्टी कार्यकर्ताओं की सक्रियता बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा।”उन्होंने आगे कहा कि पार्टी का ध्यान सामाजिक न्याय के संदेश को हर घर तक पहुंचाने पर होगा। यादव ने कहा, “हमारा उद्देश्य जनता से सीधा संपर्क बनाए रखना और राजद की विचारधारा और नीतियों को प्रभावी ढंग से लोगों तक पहुंचाना है। मौजूदा चुनावी माहौल में पार्टी का आधार मजबूत करने के लिए यह रणनीति बेहद जरूरी है।” चल रही तैयारियां सिर्फ राजद के लिए नहीं हैं, बल्कि इंडिया ब्लॉक द्वारा संयुक्त रूप से तैयार की गई व्यापक रणनीति का हिस्सा हैं।
इंडिया ब्लॉक में छह राजनीतिक दल शामिल हैं: आरजेडी, कांग्रेस, सीपीआई (एम), सीपीआई, सीपीआई (एमएल), और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी)। 25 अप्रैल को हुई महत्वपूर्ण बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, जिनमें चुनाव तैयारियों और व्यापक गठबंधन गतिविधियों की देखरेख के लिए 21 सदस्यीय समन्वय समिति का गठन भी शामिल था। तेजस्वी यादव को इस समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। समिति में आरजेडी के पांच सदस्य, कांग्रेस के चार सदस्य, सीपीआई(एम), सीपीआई, सीपीआई(एमएल) और वीआईपी के तीन-तीन सदस्य शामिल हैं।
समन्वय समिति में राजद के वरिष्ठ नेता तेजस्वी यादव, राष्ट्रीय महासचिव अब्दुलबारी सिद्दीकी, राज्यसभा सांसद संजय यादव, पूर्व मंत्री आलोक मेहता और प्रदेश महासचिव रणविजय साहू शामिल हैं।बैठक के बाद बोलते हुए राजद सांसद मनोज झा ने इस बात पर जोर दिया कि चर्चा सिर्फ चुनावी रणनीतियों से आगे तक गई। मनोज झा ने कहा: “हम रोजगार, न्याय और भाईचारे की राजनीति करना चाहते हैं – सिर्फ़ सत्ता के लिए नहीं। हमारा उद्देश्य वंचित वर्गों के लिए सामाजिक समावेश और न्याय सुनिश्चित करना है। हमें झूठे वादों की राजनीति से दूरी बनाए रखनी चाहिए और सतत विकास की दिशा में काम करना चाहिए।”