
संभल, 8 अप्रैल 2025
उत्तर प्रदेश के संभल जिले में 24 नवंबर 2024 को हुई हिंसा की जांच में नया मोड़ आया है। इस मामले की जांच कर रही विशेष जांच दल (SIT) ने समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद जियाउर्रहमान बर्क को पूछताछ के लिए बुलाया है। उन्हें 8 अप्रैल तक बयान दर्ज कराने का समय दिया गया था।
SIT की टीम सांसद बर्क के दिल्ली स्थित आवास पहुंची थी और उन्हें बीएनएसएस की धारा 35ए के तहत नोटिस सौंपा गया। इस नोटिस में उन्हें जांच में सहयोग करते हुए बयान दर्ज कराने को कहा गया। एसआईटी के अनुसार, यह कार्रवाई कोर्ट के निर्देशों के अनुरूप की जा रही है और सांसद से सिर्फ जांच में सहयोग की अपेक्षा है।
संभल में जामा मस्जिद सर्वे के दौरान भड़की हिंसा के बाद एफआईआर नंबर 335/24 दर्ज की गई थी, जिसमें सांसद बर्क और सपा विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल को नामजद आरोपी बनाया गया है। आरोप है कि सांसद ने भड़काऊ भाषण दिया था, जबकि विधायक के बेटे पर अशांति फैलाने का आरोप है।
जांच में अब तक जामा मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष जफर अली एडवोकेट को गिरफ्तार किया जा चुका है। उन पर हिंसा भड़काने और झूठे बयान देने जैसे गंभीर आरोप हैं। हाईकोर्ट ने सांसद बर्क की गिरफ्तारी पर फिलहाल रोक लगा दी है, लेकिन जांच एजेंसियां उनसे बयान लेकर आगे की कार्रवाई को स्पष्ट करना चाहती हैं।
सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने बयान जारी कर कहा है कि वे भारत के जिम्मेदार नागरिक हैं और न्यायपालिका में पूरा विश्वास रखते हैं। वे जांच में हरसंभव सहयोग देंगे। संभल हिंसा की गंभीरता को देखते हुए यह मामला राज्य और केंद्र स्तर पर भी ध्यान का विषय बना हुआ है।