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SBI ने मुनाफे में रचा इतिहास! जानिए कैसे बढ़ी बैंक की कमाई और घटा NPA

SBI ने Q2FY26 में शानदार प्रदर्शन किया है। बैंक का मुनाफा बढ़ा, NPA घटा और Yes Bank की हिस्सेदारी बेचकर ₹4,593 करोड़ का फायदा हुआ। इसके साथ ही शेयर ₹959 के ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गया, जिससे निवेशकों में उत्साह है।

मुंबई, 4 नवंबर 2025:

भारत का सबसे बड़ा सरकारी बैंक SBI (State Bank of India) इस बार कमाई के मामले में छा गया है। वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही (Q2FY26) में बैंक का मुनाफा 10% बढ़कर ₹20,160 करोड़ पहुंच गया। पिछले साल इसी तिमाही में SBI को ₹18,331 करोड़ का प्रॉफिट हुआ था।

इस बार बैंक को Yes Bank में अपनी 13.18% हिस्सेदारी बेचने से ₹4,593 करोड़ का फायदा हुआ है। वहीं, शानदार नतीजों के बाद SBI का शेयर ₹959.30 के ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गया, जिससे निवेशकों के चेहरे खिल उठे।

SBI की आय में बढ़ोतरी

जुलाई-सितंबर (Q2FY26) तिमाही में बैंक की कुल ब्याज आय (Total Interest Income) 1.20 लाख करोड़ रुपए रही, जो पिछले साल की तुलना में 5% ज्यादा है। वहीं, Net Interest Income (NII) बढ़कर ₹42,984 करोड़ हो गई है।

SBI Create Profit Record
SBI Create Profit Record

NPA में 9% की गिरावट

बैंक का Net NPA (Non-Performing Asset) यानी खराब लोन घटकर ₹18,460 करोड़ रह गया है, जो पिछले साल की तुलना में 9% कम है।
इसका मतलब है कि बैंक की loan recovery में सुधार हुआ है और जोखिम घटा है।

Yes Bank में हिस्सेदारी घटाई

SBI ने 17 सितंबर 2025 को Yes Bank में अपनी 13.18% हिस्सेदारी ₹21.50 प्रति शेयर के भाव पर बेच दी थी। इससे बैंक को ₹4,593 करोड़ का प्रॉफिट हुआ, जिसे बैंक ने Exceptional Income यानी “असाधारण आय” के रूप में कैपिटल रिजर्व में जोड़ा है। हिस्सेदारी बेचने के बाद SBI की Yes Bank में भागीदारी घटकर 10.78% रह गई है।

आसान भाषा में समझें – NPA क्या होता है?

जब कोई व्यक्ति या कंपनी बैंक से लोन लेकर 90 दिन या उससे ज्यादा समय तक किस्त या ब्याज नहीं चुकाती, तो वह लोन NPA (Non-Performing Asset) बन जाता है। ऐसे लोन से बैंक को नुकसान होता है क्योंकि उस पैसे की recovery मुश्किल हो जाती है।

शेयर मार्केट ने किया जोरदार प्रदर्शन

SBI का शेयर नतीजों के बाद करीब 1% चढ़कर ₹959.30 पर पहुंच गया, जो इसका All-Time High है। पिछले 1 महीने में 10% और 6 महीने में 21% रिटर्न देने वाले इस शेयर ने निवेशकों को खुश कर दिया है। फिलहाल, SBI का Market Cap ₹8.84 लाख करोड़ है, जिससे यह भारत की छठी सबसे बड़ी कंपनी बन गई है।

देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक

SBI की शुरुआत 1 जुलाई 1955 को हुई थी। बैंक में सरकार की 55.5% हिस्सेदारी है। देशभर में इसकी 23,000 से ज्यादा शाखाएं और 50 करोड़ से अधिक ग्राहक हैं। भारत के बाहर भी SBI के 22 देशों में 241 ब्रांच हैं।

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