
लखनऊ, 21 अप्रैल 2025,
यूपी की राजधानी स्थित ईको गार्डन में सोमवार को प्रदेश भर के माध्यमिक शिक्षकों ने संघ के बैनर तले शक्ति प्रदर्शन किया। सभी वक्ताओं ने एकस्वर से शिक्षक सेवा सुरक्षा की धारा 12,18 और 21 को नए आयोग में जोड़ने की मांग रखी।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने की अगुवाई, जमकर हुई नारेबाजी, तैनात रही पुलिस
सेवा सुरक्षा की बहाली की मांग को लेकर उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष सोहन लाल वर्मा ने आंदोलन की चेतावनी दी थी। इसी के तहत रविवार शाम से ही संगठन ने ईको गार्डन धरना स्थल पर आन्दोलन की होर्डिंग और बैनर लगवा दिए थे। सोमवार को सुबह ही यहां हजारों की संख्या में शिक्षक एकजुट हुए। सुरक्षा के लिए पुलिस भी मोर्चा संभाले रही क्योंकि संगठन ने विधानसभा कूच करने की घोषणा भी कर रखी थी। फिलहाल सभा शुरू हुई तो नारेबाजी कर अपनी मांग रखी।
सेवा-सुरक्षा के अभाव में भयभीत हैं शिक्षक
संघ के प्रदेश अध्यक्ष सोहन लाल वर्मा, प्रदेश संरक्षक डॉ. हरिप्रकाश यादव तथा प्रदेश प्रवक्ता श्रवण कुमार कुशवाहा, प्रदेश उपाध्यक्ष उपेंद्र वर्मा और प्रदेश मंत्री संदीप शुक्ल आदि वक्ताओं ने कहा कि प्रदेश का माध्यमिक शिक्षक सेवा-सुरक्षा के अभाव में भयभीत हैं। उन्हें सेवा सुरक्षा देकर अशासकीय माध्यमिकों का राजकीयकरण किया जाए। वक्ताओं ने कहा कि इसकी वजह उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड अधिनियम 1982 की धारा 12, 18 एवं 21 के उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन आयोग अधिनियम 2023 में शामिल न होना है।
यूपी में चल रहा निलंबन और बर्खास्तगी का सिलसिला, पदोन्नति भी बंद
इससे प्रदेश भर के सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों की सेवा पर बुरा असर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जब से तीनों धाराएं समाप्त की गई है, प्रदेश में शिक्षकों का निलंबन और बर्खास्तगी का सिलसिला शुरू हो गया है। सहायक अध्यापक से प्रवक्ता पद पर पदोन्नति बीते डेढ़ वर्ष से बंद है। वक्ता बोले मांगे पूरी न होने तक उनका आंदोलन चलता रहेगा।