
अनमोल शर्मा
मेरठ, 1 जून 2025:
यूपी के मेरठ जिले में रविवार को केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान किसानों से रूबरू हुए। विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत दबथुआ गांव में जनसभा की वहीं जंगेठी गांव में किसानों के साथ खाट पर चर्चा कार्यक्रम में हिस्सा लिया। मंत्री में कहा कि प्रयोगशालाओं में हो रहे अनुसंधान को खेत मे उतारने से ही कृषि विकास की गति में तेजी आएगी।
किसानों को अनुसंधानों से परिचित कराएगा विकसित कृषि संकल्प अभियान

दबथुआ गांव में हुए कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कार्यक्रम के दौरान क्षेत्र के कई प्रगतिशील किसानों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि भारत को आगामी वर्षों में विकसित राष्ट्र बनाने हेतु कृषि का विकसित होना अति आवश्यक है। उन्होंने बताया कि, यदि देश के कृषि वैज्ञानिक प्रयोगशालाओं में हो रहे नवीन अनुसंधानों को किसानों के साथ सीधे जुड़कर, उनके खेतों पर पहुंचाएंगे तो कृषि विकास की गति और भी तीव्र होगी। वर्तमान में चल रहा “विकसित कृषि संकल्प अभियान” देश के किसानों को नवीन कृषि अनुसंधानों से सीधे रूबरू करवाएगा और उनके प्रक्षेत्र की उत्पादकता और आय में बढ़ोतरी सुनिश्चित करेगा। यहां मेरठ, बागपत व मुजफ्फरनगर जिले के किसान मौजूद रहे।
जंगेठी में रोपा पौधा, पदयात्रा की, प्रदेश के कई मंत्री व सांसद हुए शामिल

जंगेठी गांव में “किसानों के साथ खाट पर चर्चा” कार्यक्रम में भाग लिया और एक-एक करके किसानों एवं कृषि की वर्तमान समस्याओं के बारे में जाना और केंद्र एवं राज्य सरकारों के माध्यम से इन समस्याओं के शीघ्र ही समाधान करने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम स्थल तक राष्ट्रीय ध्वज के साथ पदयात्रा की और “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत वृक्षारोपण किया। उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण, कृषि राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख, सांसद बागपत डॉ राजकुमार सांगवान, अरुण गोविल एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ संजीव कुमार बालियान ने भी किसानों को संबोधित किया।
कृषि विभाग के अफसर व वैज्ञानिक भी जुटे
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली, के महानिदेशक डॉ मांगी लाल जाट , डॉ ए. के. सिंह, उप-महानिदेशक उद्यान अनुभाग, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली ने सभी किसानों एवं अतिथियों का स्वागत किया। डॉक्टर डॉक्टर के. के. सिंह कुलपति, सरदार पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, मेरठ के साथ कृषि विज्ञान केंद्रों से आये वैज्ञानिकों ने भी अपने विचार रखे।






