
देहरादून, 15 मई 2025:
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में ट्रैफिक जाम की समस्या को दूर करने के लिए धामी सरकार ने एक बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट की शुरुआत कर दी है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत अब देहरादून में दो एलिवेटेड सड़कें बनाई जाएंगी, जो रिस्पना और बिंदल नदियों के किनारे होंगी।
6100 करोड़ की लागत से होगा निर्माण
इस परियोजना की कुल लागत लगभग 6100 करोड़ रुपए है। प्रशासन ने 14 मई से रिस्पना और बिंदल नदी के किनारों पर चिन्हीकरण (डिमार्केशन) की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह कदम निर्माण कार्य को समय पर शुरू करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
भूमि खरीद-फरोख्त और लैंड यूज चेंज पर लगेगी रोक
लोक निर्माण विभाग (PWD) ने जिलाधिकारी देहरादून को पत्र लिखकर परियोजना क्षेत्र में भूमि खरीद-फरोख्त और लैंड यूज चेंज पर रोक लगाने की मांग की है, ताकि कोई भी व्यक्ति मुआवजे की आशा में भूमि की प्रकृति में बदलाव न कर सके। इसके लिए धारा 11 लागू की जाएगी, जिससे क्षेत्र में जमीन की रजिस्ट्री स्वतः स्थगित हो जाएगी।
बिंदल नदी पर बनने वाली 15 किमी की एलिवेटेड रोड के लिए जिन इलाकों की जमीन ली जाएगी, उनमें कारगी ग्रांट, ब्राह्मण वाला, निरंजनपुर, कावली रोड, देहरा खास, डोभाल वाला, चुक्खू मोहल्ला, विजयपुर, हाथीबड़कला, जौहरी, मलसीस, किशनपुर और डाकपत्ति वाला क्षेत्र शामिल हैं। इस हिस्से की अनुमानित लागत 4000 करोड़ रुपए है।
निर्माण कार्य एक साल में होगा पूरा
रिस्पना नदी पर बनने वाली 11 किमी की एलिवेटेड रोड से कई क्षेत्र प्रभावित होंगे। इनमें धर्मपुर, डालनवाला, कंडोली, झज्जरा, धोरन खास, भगत सिंह कॉलोनी, राजीव नगर आदि शामिल हैं। इस हिस्से पर 2100 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। अधिकारियों के मुताबिक, एक बार निर्माण कार्य शुरू होने के बाद इसे एक साल के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। कार्यदायी संस्था से अधिग्रहण प्रस्ताव भी मिल चुका है और जल्द ही संबंधित नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा।
इस मेगा प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद देहरादून की यातायात व्यवस्था में व्यापक सुधार होगा और शहर की खूबसूरती व जीवनशैली को नया आयाम मिलेगा। लोगों को इससे बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।






