अजीत सिंह
सोनभद्र, 20 दिसम्बर 2024:
उत्तर प्रदेश के पहाड़ी जिले सोनभद्र में झोलाछाप डॉक्टर गरीबों के लिए खतरा बनते जा रहे हैं। बीजापुर थाना क्षेत्र के पिंडारी गांव के टोला मनरहवा में एक झोलाछाप डॉक्टर के इंजेक्शन से आठ वर्षीय बालक की मौत हो गई। इस हृदयविदारक घटना ने स्वास्थ्य सेवाओं की दुर्गति और झोलाछाप डॉक्टरों की लापरवाही पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
घटना के बाद परिजनों ने पुलिस को शिकायत दी है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है। मृतक बालक के दादा दया शंकर ने बताया कि उनके पोते के पैर में चोट लगने पर उसे गांव के डॉक्टर मधु सरकार के पास ले जाया गया था। वहां उनके सहायक महेश ने इलाज के दौरान इंजेक्शन लगाया, जिससे बच्चा अचेत हो गया। हालत बिगड़ने पर उसे धनवंतरी चिकित्सालय ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए सीएमओ डॉ. अश्वनी कुमार ने जांच का आदेश दिया है और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की बात कही है।
बीजापुर और आस-पास के इलाकों में झोलाछाप डॉक्टरों का जाल फैला हुआ है, जो बिना किसी मेडिकल डिग्री के इलाज कर रहे हैं। विभागीय मिलीभगत से ये डॉक्टर ग्रामीणों के लिए जानलेवा बनते जा रहे हैं। ग्रामीणों ने इन झोलाछाप डॉक्टरों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।