
नई दिल्ली,23 अक्टूबर 2024
प्रियंका गांधी ने वायनाड सीट से उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया, जिससे उनके चुनावी करियर की शुरुआत हुई। इस अवसर पर उनके साथ राहुल गांधी और सोनिया गांधी भी मौजूद थे।
प्रियंका गांधी ने कहा कि उन्हें राजनीति में 35 साल का अनुभव है, क्योंकि उन्होंने 17 साल की उम्र में 1989 में अपने पिता राजीव गांधी के साथ चुनाव प्रचार किया था। वायनाड उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने से पहले उन्होंने कलपेट्टा में एक विशाल सभा को संबोधित किया।
सोनिया गांधी के अमेठी दौरे के समय, जब उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा था, तब उनकी राजनीतिक भागीदारी को लेकर कई सवाल उठ रहे थे। राजीव गांधी के निधन के बाद, चर्चा थी कि क्या वह राजनीति में आएंगी। कई सालों बाद सक्रिय राजनीति में आने के बावजूद, यह सवाल बना रहा कि वह कब चुनाव लड़ेंगी।
जब 1999 में केंद्र में वाजपेयी की सरकार गिरी, तब सोनिया गांधी ने अमेठी से चुनाव लड़ने का निर्णय लिया। यह उनका पहला चुनाव था, जिसमें उन्होंने ऐतिहासिक जीत हासिल की। आज प्रियंका गांधी के नामांकन के बाद, सोनिया गांधी की पहली बार नामांकन दाखिल करते समय की तस्वीरें भी चर्चा में आ गईं।
राहुल गांधी की पहली चुनावी चुनौती के दौरान, लोग जानने को उत्सुक थे कि वह कब और कहां से चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने अमेठी से लगातार दो बार जीत हासिल की, लेकिन 2019 में हार का सामना किया। 2014 में वायनाड से भी चुनाव लड़ा, जहां उन्होंने जीत प्राप्त की। 2024 में उन्होंने वायनाड और रायबरेली से चुनाव लड़ा, दोनों सीटों पर जीत के बाद वायनाड सीट छोड़ दी। अब प्रियंका गांधी उसी वायनाड सीट पर उपचुनाव में हैं।






