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“आतंकी यासीन मलिक की पत्नी की राहुल को चिट्ठी, कांग्रेस के लिए समस्या बन सकती है”

नई दिल्ली,7 नवंबर 2024

यासीन मलिक की पत्नी मुशाल हुसैन मलिक ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें वह उनके पति के समर्थन में संसद में आवाज उठाने की मांग कर रही हैं। मुशाल का मानना है कि मलिक कश्मीर में शांति ला सकते हैं, हालांकि उनका पति जम्मू-कश्मीर को देश से अलग करने की कोशिशों में शामिल था। यह चिट्ठी कांग्रेस के लिए एक नई मुसीबत बन सकती है, विशेषकर जब पार्टी झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में गठबंधन का हिस्सा है। यह घटनाक्रम पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और यासीन मलिक की 2006 में हुई मुलाकात से जुड़ी परेशानी की याद दिलाता है।

मिशाल हुसैन मलिक, यासीन मलिक की पत्नी, ने राहुल गांधी को एक चिट्ठी में कहा कि उनका पति 2 नवंबर से तिहाड़ जेल में भूख हड़ताल पर है, ताकि उसे अमानवीय व्यवहार के खिलाफ आवाज उठाई जा सके। मिशाल ने दावा किया कि यासीन ने सशस्त्र संघर्ष छोड़कर अहिंसा को अपनाया था और अब उसकी भूख हड़ताल उसकी सेहत को और बिगाड़ सकती है। वह मानती हैं कि उनका पति जम्मू-कश्मीर में शांति ला सकता है, और इसलिए उन्होंने राहुल गांधी से उसकी मदद की अपील की है।

मिशाल हुसैन मलिक ने राहुल गांधी से अनुरोध किया कि वह संसद में अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर यासीन मलिक के मामले में बहस शुरू करें, क्योंकि उनका मानना है कि मलिक कश्मीर में शांति ला सकते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि 2019 से भाजपा सरकार उनके पति को प्रताड़ित कर रही है, और अब एनआईए ने उन पर युद्ध छेड़ने के आरोप में मौत की सजा की मांग की है। इस चिट्ठी ने कांग्रेस को नई मुश्किल में डाल दिया है, खासकर जब यह पत्र पार्टी के लिए पहले से विवादों में रहे यासीन मलिक से जुड़ा है। कांग्रेस और राहुल गांधी ने अभी तक इसका कोई जवाब नहीं दिया है, लेकिन यह पत्र पार्टी के लिए परेशानी का कारण बन सकता है।

कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधने की कई वजहें हैं, खासकर नवंबर में होने वाले महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों के मद्देनजर। पार्टी पहले ही हरियाणा चुनाव हार चुकी है और जम्मू-कश्मीर में उसे केवल 7 सीटें मिली हैं। इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी ने अक्सर आरोप लगाया है कि कांग्रेस और इंडिया गठबंधन पाकिस्तान की भाषा बोलते हैं और देश को बांटने वाले तत्वों के साथ खड़े होते हैं। यासीन मलिक, जो वर्तमान में तिहाड़ जेल में बंद है, पर 1990 के कश्मीर नरसंहार और आतंकवाद के वित्तपोषण के आरोप हैं। उसे 2022 में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी, और अब एनआईए ने उस पर मौत की सजा की मांग की है।

2006 में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और यासीन मलिक के बीच हुई मुलाकात कांग्रेस के लिए एक विवाद का कारण बनी हुई है। 17 फरवरी 2006 को, मनमोहन सिंह ने यासीन मलिक को प्रधानमंत्री आवास पर आमंत्रित किया था, जहां दोनों की मुलाकात शांति प्रक्रिया को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हुई थी। यासीन मलिक की पत्नी मिशाल ने इस मुलाकात का जिक्र करते हुए दावा किया कि मलिक ने कश्मीरियत और अहिंसा की अवधारणा का समर्थन किया था। हालांकि, इस मुलाकात की तस्वीरें आज भी बीजेपी और अन्य विपक्षी दलों द्वारा कांग्रेस पर निशाना साधने के लिए इस्तेमाल की जाती हैं।

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