
मुंबई, 1 मई 2025
अनुभवी अभिनेत्री सीमा पाहवा ने हाल ही में बॉलीवुड की वर्तमाल स्थिति को देखते हुए इसके बारे में अपनी चिंता व्यक्त की और साथ ही बॉलीवुड में रचनात्मक अवसरों की कमी के कारण उनसे दूर जाने की संभावना का भी संकेत दिया। इंडस्ट्री के बारे में उन्होंने बताया कि अब यह फिल्म से जुड़ा नहीं रहा है इसका व्यवसायिक प्रबंधन हो गया है, अब व्यवसायी ही फैसले लेते हैं, जिसके परिणामस्वरूप रचनात्मक व्यक्तियों के लिए सम्मान और मान्यता कम होती जा रही है।
बॉलीवुड ठिकाना को दिए गए एक इंटरव्यू में सीमा ने कहा , ” मुझे लग रहा है कि बहुत जल्दी नमस्ते करनी पड़ेगी फिल्म इंडस्ट्री की। इंडस्ट्री की हालत बहुत खराब है और एक तरह से उन्होंने इंडस्ट्री में क्रिएटिव लोगों की हत्या कर दी है। इस पर पूरी तरह से व्यापारियों का कब्जा हो गया है। वे अपनी व्यावसायिक सोच से इस इंडस्ट्री को जिंदा रखना चाहते हैं। मुझे नहीं लगता कि हम जिन्होंने इतने सालों तक इंडस्ट्री में काम किया है, इस सोच को बरकरार रख सकते हैं।”
सीमा ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि किस प्रकार फिल्म उद्योग कलात्मकता को महत्व देने से दूर हो गया है, तथा उन्होंने बताया कि फिल्म निर्माता अब बॉक्स ऑफिस पर सफलता के लिए सितारों को चुनने पर अधिक ध्यान केंद्रित करते हैं।उन्होंने कहा, “मैं समझती हूं कि वे पैसा कमाना चाहते हैं और शायद इसीलिए उन्हें हमारे जैसे लोगों की जरूरत नहीं है। वे हमें पुराने लोग कहते हैं और कहते हैं, ‘आपकी सोच बहुत पुरानी है।’ वे हमसे बहस करते हैं कि एक अभिनेता ही फिल्म को सफल बनाता है। उनके अनुसार, केवल व्यावसायिक चीजें ही फिल्म को सफल बनाती हैं।”
अभिनेता ने फिल्म निर्माताओं की आलोचना करते हुए कहा कि वे बॉक्स ऑफिस पर सफल न होने के बावजूद बार-बार 100 करोड़ रुपये की कमर्शियल, फॉर्मूला फिल्में बना रहे हैं। “अगर आप अच्छी कम बजट वाली फिल्में बनाते हैं, तो कम से कम 5 में से 2 फिल्में सफल होंगी। लेकिन वे केवल उसी पुराने फॉर्मूले पर टिके रहना चाहते हैं जिसे लोग खारिज कर रहे हैं। ओटीटी के अपने मुद्दे हैं। मैंने खुद को थिएटर की ओर मोड़ लिया है,” इस बीच, काम के मोर्चे पर, सीमा अगली बार राजकुमार राव और वामिका गब्बी के साथ ‘भूल चुक माफ’ में दिखाई देंगी।