
आगरा, 30 सितंबर 2025 :
यूपी के आगरा जिले में मंगलवार को पुलिस ने सपा के राज्यसभा सदस्य रामजीलाल सुमन को नजरबंद कर दिया। उन्हें खंदौली के गिजौली गांव में 17 सदस्यीय सपा प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करना था, लेकिन पुलिस ने उन्हें घर से बाहर निकलने नहीं दिया। इस दौरान सांसद व पुलिस अफसरों के बीच देर तक बहसबाजी होती रही।
बताया गया कि सुबह से ही सुमन के संजय प्लेस स्थित उनके फ्लैट पर पुलिस तैनात है। उनके घर को जाने वाले रास्ते पर बैरिकेडिंग कर दी गई है। समर्थकों का जमावड़ा भी घर के बाहर लगा हुआ है। गिजौली में पहले दो पक्षों के बीच विवाद हुआ था। सुमन पिछले दिनों विवाद के दौरान एक पक्ष को ‘रावण’ कह चुके हैं, जिस पर राजनीतिक प्रतिक्रिया भी आई थी। इस विवाद के समाधान के बाद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने 17 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को सुमन के नेतृत्व में गिजौली भेजने का निर्णय लिया था।
हालांकि प्रतिनिधिमंडल के जाने से पहले ही दोनों पक्षों में समझौता हो गया। पुलिस ने शांति भंग करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी जारी की। सांसद सुमन को घर से बाहर निकलते ही रोक लिया गया और समर्थकों व पुलिस के बीच हल्की धक्कामुक्की भी हुई। सुमन ने मामले में पुलिस कमिश्नर से वार्ता की मांग की। इधर सपा नेताओं ने इस घटना की निंदा की। एटा के सांसद देवेश शाक्य ने कहा कि गिजौली में दलितों के साथ अन्याय हुआ है और पूरे प्रदेश में ऐसे मामले बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि सपा हर पीड़ित और शोषित के साथ खड़ी है। सुमन के आवास पर इटावा के सांसद जितेन्द्र दोहरे, विधायक सचिन यादव, वीरेंद्र यादव, लल्ला गुर्जर, पूर्व जिलाध्यक्ष श्रीकृष्ण वर्मा, पवन प्रजापति, राकेश बघेल, दिवाकर सिंह गुर्जर, और धर्मेन्द्र यादव मौजूद रहे।






