रांची, 10 जुलाई 2025
झारखंड में मानवता की एक अनूठी मिशाल देखनों को मिली है। यहां पर रामगढ़ जिले के वन प्रमंडल क्षेत्र में एक हथिनी ने रेल की पटरियों के पास अपने बच्चे को जन्म दे रही थी। यह देखकर, ट्रेन के ड्राइवर और रेलवे अधिकारियों ने ट्रेन रोक दी ताकि हथिनी को कोई परेशानी न हो। उन्होंने हथिनी के बच्चे को जन्म देने तक इंतज़ार किया।
दो घंटे बाद, हथिनी ने अपने बच्चे को जन्म दिया जिसके बाद ट्रेन चली। इस पूरी दिल छू लेने वाली घटना का वीडियो पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने अपने एक्स अकाउंट पर शेयर किया है। उन्होंने लिखा, “ऐसे समय में जब इंसानों और जानवरों के बीच हमेशा समस्याएँ बनी रहती हैं… मुझे यह मार्मिक घटना साझा करते हुए खुशी हो रही है। झारखंड में एक ट्रेन… एक हथिनी प्रसव के लिए दो घंटे इंतज़ार करती रही।”
Beyond the news of human-animal conflicts, happy to share this example of human-animal harmonious existence.
A train in Jharkhand waited for two hours as an elephant delivered her calf. The 📹 shows how the two later walked on happily.
Following a whole-of government approach,… pic.twitter.com/BloyChwHq0
— Bhupender Yadav (@byadavbjp) July 9, 2025
मंत्री ने कहा, “दोनों जानवरों के खुशी-खुशी चले जाने के बाद ही ट्रेन आगे बढ़ी।” उन्होंने कहा कि उनके विभाग ने कड़ी मेहनत की है और 3500 किलोमीटर लंबी रेल पटरियों का निरीक्षण किया है और 110 संवेदनशील जगहों की पहचान की है। उन्होंने कहा कि उन्हें बहुत खुशी है कि यह प्रयास सफल रहा। भूपेंद्र यादव ने झारखंड वन विभाग को भी बधाई दी कि उसने यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए कि माँ ने अपने बच्चे को सुरक्षित रूप से जन्म दिया।