लखनऊ, 13 जून 2025:
यूपी की राजधानी स्थित सरोजनीनगर तहसील में चेम्बर के बाहर टहल रहे युवा वकील की अप्रत्याशित मौत के वीडियो ने सबको हैरत में डाल दिया था। शुक्रवार को इसी परिवार में बड़े भाई ने भी दम तोड़ दिया। वो सुबह मार्निंग वॉक से घर लौटा था अचानक तबियत बिगड़ी और पीजीआई में उसे मृत घोषित कर दिया गया। चार दिन में दो मौतों से घर का आंगन चीखों से गूंज रहा है।
बंथरा निवासी वकील पवन सिंह की कचेहरी में हुई मौत का वायरल हुआ था वीडियो
लखनऊ के बंथरा थाना क्षेत्र में कानपुर रोड पर हनुमान मंदिर के पास लाल बहादुर सिंह का परिवार रहता है। उनका बड़ा बेटा मोनू सिंह एक मेडिकल स्टोर संचालक है। वहीं दूसरा छोटा बेटा अभिषेक सिंह उर्फ पवन सिंह पेशे से अधिवक्ता है। इसमें अभिषेक की मौत चार दिन पूर्व 9 जून को हुई थी। ये कोई आम मौत नहीं थी। कैमरे में कैद हुई पवन की मौत सुर्खियों में आ गई। हुआ यूं कि वो रजिस्ट्री का काम निपटाकर सरोजनीनगर तहसील परिसर में चेम्बर के बाहर अपने साथी के साथ टहल रहा था अचानक वो गश खाकर गिर गया। उसे आनन फानन पीजीआई ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
असमय मौत से सदमे में था परिवार, शुक्रवार की सुबह बिगड़ी बड़े भाई की तबियत
उसकी असमय मौत से पूरा परिवार सदमे में था। पिता व भाई का कहना था कि हमेशा फिट रहने वाले पवन को कभी बुखार तक नहीं आया था। फिलहाल उसकी मौत की वजह दिल का दौरा बताई गई। अंतिम संस्कार कर परिवार अभी सामान्य भी नहीं हुआ था कि एक और सदमा लगा। हुआ ये कि मोनू सिंह शुक्रवार की सुबह मार्निंग वॉक को निकले थे। लौट कर आये शुगर व डिप्रेशन की दवा खाई इसके बाद उन्हें तबियत बिगड़ने का एहसास हुआ।
पीजीआई में डॉक्टरों ने मृत घोषित किया
परिवार के लोग उन्हें पास के हॉस्पिटल में ले गए यहां उन्हें पीजीआई ले जाने की सलाह दी गई। फिलहाल उन्हें पीजीआई ले जाया गया यहां डॉक्टरों ने जांच की और उन्हें मृत बता दिया। ये सुनकर परिजन सकते में रह गए। चार दिन में पहले छोटे फिर बड़े बेटे को गंवा कर परिवार पर मानों दुख का पहाड़ टूटकर गिर गया। घर के आंगन में मोनू की लाश रखी गई। बाहर मजमा जुटा था।
चार दिन में दो भाइयों की मौत से हैरत में पड़े लोग
अंदर रिश्तेदार और आसपास की महिलाएं भी दिलासा देने के लिए पहुंचीं लेकिन दिलासा के दो शब्द भी खोजे नहीं मिल रहे थे। परिजन अंतिम संस्कार की तैयारी में लगे है। मोनू की मौत की वजह भी दिल का दौरा बताई गई। बताते हैं मोनू का विवाह 20 साल पहले हुआ था। दोनों भाइयों में बहुत प्रेम था। मोनू ने अपना मेडिकल स्टोर भी पवन के नाम से चलाता था। पवन की मौत के बाद से ही वो व्यथित था।