
पहलगाम, 3 मई 2025
पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए नेवी अफसर शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशन्या द्विवेदी का बयान देशभर में चर्चा का विषय बन गया है। ऐशन्या ने कहा कि अगर वे और उनके पति मुस्लिम होते, तो शायद आज वे जीवित होते। यह बयान एक न्यूज़ चैनल को दिए इंटरव्यू के दौरान आया और सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
22 अप्रैल को कश्मीर के बायसरन घाटी में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई थी, जिनमें से एक थे शुभम द्विवेदी। आतंकियों ने पर्यटकों से धर्म पूछकर गोली मारी थी। ऐशन्या के अनुसार, जब आतंकियों ने पूछा कि वे हिंदू हैं या मुसलमान, तो उन्होंने जवाब दिया कि वे हिंदू हैं। इसके तुरंत बाद आतंकियों ने शुभम पर गोली चला दी।
ऐशन्या ने कहा कि उन्होंने कभी हिंदू-मुस्लिम भेदभाव नहीं किया। उनके पति के कई मुस्लिम दोस्त थे, और वे खुद मुस्लिम छात्रों को पढ़ाती रही हैं। लेकिन इस घटना ने उनके विश्वास को तोड़ दिया। उन्होंने कहा कि आतंकियों ने मुसलमानों को सुरक्षित निकलने दिया, जबकि हिंदुओं को मार डाला गया। “अगर हम मुस्लिम होते, तो शायद आज अपने घर पर होते,” उन्होंने कहा।
इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर ऐशन्या की तुलना नौसेना अधिकारी विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी नरवाल से की जा रही है, जिन्होंने शांति बनाए रखने और किसी भी धर्म या समुदाय के खिलाफ नफरत न फैलाने की अपील की थी। कई लोग हिमांशी से कह रहे हैं कि उन्हें ऐशन्या से सीख लेनी चाहिए।
फिलहाल, हमले की जांच NIA द्वारा की जा रही है और शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार, इस हमले की साजिश पाकिस्तान में रची गई थी। जांच में यह भी सामने आया है कि आतंकियों की मदद कुछ स्थानीय लोगों ने की थी। देशभर में पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठ रही है।






