नई दिल्ली, 18 अप्रैल 2025
भारत की सबसे अमीर महिलाओं में शुमार सावित्री जिंदल न केवल अपने कारोबारी साम्राज्य के लिए मशहूर हैं, बल्कि उनके परिवार के सदस्य भी अपने-अपने क्षेत्रों में प्रभावशाली भूमिका निभा रहे हैं। खासकर उनकी बहू शालू जिंदल, जो एक प्रसिद्ध कुचिपुड़ी नृत्यांगना होने के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय हैं।
शालू जिंदल, जिंदल ग्रुप के चेयरमैन नवीन जिंदल की पत्नी हैं और वर्तमान में जिंदल फाउंडेशन की अध्यक्ष हैं। यह फाउंडेशन शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास जैसे क्षेत्रों में काम करता है। शालू एक प्रशिक्षित शास्त्रीय नृत्यांगना हैं और उन्होंने भारतीय कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए ‘जिंदल आर्ट इंस्टिट्यूट’ की स्थापना की है, जहां युवा प्रतिभाओं को मंच प्रदान किया जाता है।
शालू का जन्म 1970 में एक प्रतिष्ठित पंजाबी परिवार में हुआ था। वह ओसवाल परिवार से ताल्लुक रखती हैं और उद्योगपति कुमार ओसवाल की बेटी हैं। वह शैल और पंकज ओसवाल की बहन हैं। विवाह के बाद उन्होंने सामाजिक कार्यों और कला-संस्कृति के क्षेत्र में अपनी खास पहचान बनाई।
सावित्री जिंदल की बात करें तो फोर्ब्स रियल टाइम बिलियनेयर्स लिस्ट के अनुसार मार्च 2025 तक उनकी कुल संपत्ति 37.3 अरब डॉलर थी। भारत की सबसे अमीर महिलाओं में शामिल सावित्री जिंदल वर्तमान में देश की टॉप 5 अरबपतियों में पांचवें स्थान पर हैं।
जिंदल परिवार की कुल संपत्ति करीब 24.4 अरब डॉलर आंकी गई है। इस परिवार ने न केवल उद्योग के क्षेत्र में बल्कि समाज सेवा, शिक्षा और सांस्कृतिक विकास में भी अहम भूमिका निभाई है।
शालू जिंदल की यह यात्रा इस बात का उदाहरण है कि एक बहू के रूप में वह केवल करोड़ों की मालकिन नहीं हैं, बल्कि समाज और संस्कृति को दिशा देने वाली एक सशक्त महिला भी हैं।