अमित मिश्रा
प्रयागराज, 7 जून 2025:
उत्तर प्रदेश में बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में खाली पड़े करीब 2 लाख शिक्षकों के पदों को भरने की मांग को लेकर डीएलएड प्रशिक्षुओं का धैर्य अब जवाब दे चुका है। शुक्रवार को प्रदेशभर से हजारों अभ्यर्थी प्रयागराज स्थित शिक्षा सेवा चयन आयोग कार्यालय के बाहर जुटे और महाआंदोलन का बिगुल फूंक दिया।
पिछले 10 दिनों से धरने पर बैठे ये प्रशिक्षु अब आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं। उनका कहना है कि जब तक शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी नहीं होता, तब तक वे धरनास्थल से हटने वाले नहीं हैं। आंदोलनकारियों ने आज धरने को “महाधरना” का रूप दिया है। प्रदेश के कोने-कोने से आए अभ्यर्थी अब सड़क पर संघर्ष की तस्वीरें पेश कर रहे हैं—कभी रोटी हाथ में लेकर सरकार की बेरुखी पर सवाल उठा रहे हैं, तो कभी कान पकड़कर मुर्गा बनकर विरोध दर्ज करवा रहे हैं।
अभ्यर्थियों ने चयन आयोग के अध्यक्ष पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है और चेताया है कि यदि जल्द से जल्द भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं की गई तो आंदोलन को और व्यापक किया जाएगा। प्रशिक्षुओं की यह चेतावनी सरकार और चयन आयोग के लिए एक कड़ा संदेश है कि अब नौकरी के लिए इंतजार नहीं, आंदोलन होगा।
पुलिस और प्रशासन अलर्ट मोड पर हैं, लेकिन प्रदर्शनकारी शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं। अब देखना ये है कि सरकार इस महाआंदोलन के दबाव में कब तक कोई ठोस निर्णय लेती है।