हरेन्द्र दुबे
गोरखपुर, 11 दिसम्बर 2024:
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ भारत के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है।उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में घंटाघर, साहबगंज, अलीनगर, और भलोटिया मार्केट सहित सभी प्रमुख व्यापार मंडलों के व्यापारियों ने एकजुटता दिखाते हुए अपनी दुकानें बंद रखीं और बांग्लादेश के प्रधानमंत्री यूनुस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
प्रधानमंत्री यूनुस का पुतला दहन, गूंजे विरोधी नारे
प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश के प्रधानमंत्री यूनुस का पुतला जलाया और “यूनुस मुर्दाबाद” के नारे लगाए। आक्रोशित भीड़ ने प्रदर्शन के दौरान अपनी मांगों को मजबूती से उठाया और भारत सरकार से बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की।
व्यापारियों और सामाजिक संगठनों की एकजुटता
इस विरोध प्रदर्शन में गोरखपुर के व्यापारियों, स्वर्णकारों, मेडिकल व्यवसायियों, किराना व्यापारियों और भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ-साथ सामाजिक संगठनों के लोगों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। सभी ने सड़कों पर उतरकर अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखते हुए विरोध दर्ज कराया।
भारत सरकार से ठोस कार्रवाई की मांग
प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करते हुए कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं के अधिकारों और उनकी सुरक्षा के लिए तुरंत कदम उठाए जाएं। उन्होंने मांग की कि भारत सरकार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस मुद्दे को उठाए और बांग्लादेश में हिंदुओं के लिए एक सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने का काम करे।
व्यापारियों का मजबूत संदेश
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि बांग्लादेश में हो रहे अत्याचार के खिलाफ शांत बैठना संभव नहीं है। उन्होंने अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखकर यह संदेश दिया कि वे हिंदुओं की सुरक्षा और उनके सम्मान के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।
गोरखपुर में यह विरोध प्रदर्शन बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों के खिलाफ भारत के लोगों की नाराजगी और उनके दृढ़ संकल्प का प्रतीक है। सभी ने मिलकर यह संदेश दिया कि जब तक बांग्लादेश में हिंदुओं को न्याय और सुरक्षा नहीं मिलती, तब तक यह संघर्ष जारी रहेगा।