
लखनऊ, 4 अक्टूबर 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर स्थित सहारा शहर में बकाया वेतन और अन्य मांगों को लेकर कर्मचारियों का आंदोलन शनिवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। सैकड़ों कर्मचारी परिसर में धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। आंदोलन के दौरान कर्मचारियों ने बिजली और पानी की आपूर्ति बंद रखी, जिससे स्थिति बिगड़ने लगी है। मवेशियों के लिए चारे की भारी किल्लत हो गई है। वे बेसहारा होकर सहारा शहर की सड़कों पर भटक रहे हैं।
प्रदर्शनकारी कर्मचारियों ने बताया कि सहारा प्रबंधन ने उन्हें एक पुलिस अधिकारी के कार्यालय में बुलाने की कोशिश की थी, लेकिन कर्मचारियों ने स्पष्ट कर दिया कि वे परिसर के बाहर जाकर कोई बातचीत नहीं करेंगे। उन्होंने मांग की है कि प्रबंधन के अधिकारी वहीं आकर प्रतिनिधियों के साथ सीधी बातचीत करें।
कर्मचारियों ने कहा कि उन्हें लंबे समय से वेतन नहीं मिल रहा है, जिससे उनके परिवार आर्थिक संकट में हैं। आरोप है कि वर्ष 2014 से सहारा इंडिया ने कर्मचारियों का भविष्य निधि (PF) भी जमा नहीं किया। कर्मचारियों का कहना है कि 2014 तक स्थिति सामान्य थी, लेकिन इसके बाद हालात लगातार बिगड़ते गए। अब साल में मात्र तीन-चार बार ही वेतन मिल रहा है।
तीन दशक से सहारा समूह में काम कर रहे कई कर्मचारियों ने कहा कि अब उनके पास आजीविका का कोई अन्य साधन नहीं बचा है। उन्होंने मुख्यमंत्री से भी हस्तक्षेप की मांग की है ताकि उनका बकाया वेतन, पीएफ और अन्य देय शीघ्र दिलाए जा सके। प्रदर्शन शांतिपूर्ण है, लेकिन समाधान न निकलने पर स्थिति और गंभीर हो सकती है।