
दुमका, 28 अप्रैल 2025
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। इस हमले में 25 पर्यटकों और एक स्थानीय व्यक्ति की हत्या कर दी गई, जो कि 2019 के बाद कश्मीर घाटी में हुआ सबसे बड़ा आतंकवादी हमला था। भारत सरकार ने इस हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है और कहा है कि आतंकवादियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 अप्रैल को अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में इस हमले के दोषियों को पकड़ने की बात की और यह साफ किया कि पाकिस्तान को हर हाल में जवाब दिया जाएगा।
भारत ने इस हमले के बाद कई कठोर कदम उठाए हैं, जिनमें सिंधु जल समझौते को रद्द करना, पाकिस्तान के डिप्लोमेट्स की संख्या घटाना और भारत में मौजूद पाकिस्तानियों को वापस भेजना शामिल है। इसके साथ ही भारत में पाकिस्तान के खिलाफ एक और स्ट्राइक की मांग भी उठ रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, यदि भारत आतंकवादियों की फंडिंग पर लगाम लगाता है, तो पाकिस्तान की आतंकवाद की फैक्ट्री स्वयं नष्ट हो जाएगी।
आतंकवाद की फंडिंग के प्रमुख स्रोतों में ड्रग्स, क्रिप्टोकरेंसी और क्राउडफंडिंग शामिल हैं। रिपोर्टों के अनुसार, पाकिस्तान में आतंकवादी संगठन ड्रग्स से धन जुटाते हैं, जिसका एक हिस्सा भारतीय उग्रवादियों को भी मिलता है। साथ ही, आतंकवादी संगठन क्रिप्टोकरेंसी और क्राउडफंडिंग के माध्यम से भी अपने ऑपरेशनों के लिए धन जुटाते हैं। इस सभी जानकारी के मद्देनजर, भारत यदि इन स्रोतों पर प्रहार करता है, तो पाकिस्तान की आतंकवादी गतिविधियों को पूरी तरह से कमजोर किया जा सकता है।