
अनमोल शर्मा
मेरठ, 7 जून 2025:
यूपी के मेरठ जिले में मवाना स्थित एक इंगलिश मीडियम स्कूल को बेसिक शिक्षा अधिकारी ने अनियमितताओं को लेकर कड़ा रुख अख्तियार किया है। विद्यालय पर मान्यता की शर्तों के उल्लंघन के साथ छात्रों को धर्म विशेष से जुड़ी शिक्षा देने का आरोप लगा है। जांच में पुष्टि हुई तो स्कूल को बंद करने की नोटिस जारी कर दी गई है।
मवाना क्षेत्र में सीबीएसई से मान्यता प्राप्त ‘दि राव एकेडमी’ स्कूल है। यहां नर्सरी से आठवीं तक की कक्षाओं का संचालन होता है। यहां पढ़ने वाले कई छात्रों के अभिभावकों की शिकायत थी कि रमजान माह में छात्रों को नमाज पढ़ने के लिए कहा गया। उन्हें सिर पर रूमाल बांधने के लिए मजबूर किया गया।
अभिभावक अशोक कुमार ने इसकी लिखित शिकायत की। इसके बाद शिक्षा विभाग सक्रिय हुआ और मामले की जांच खंड शिक्षा अधिकारी त्रिवेंद्र सिंह को सौंपी गई। जांच के दौरान छात्रों के बयान और अन्य साक्ष्यों से आरोप सही पाए गए। प्रधानाचार्य ने लिखित रूप से विभाग को बताया कि एक असेम्बली का आयोजन कर केवल मुस्लिम बच्चों को अनुमति दी गई थी। जबकि विभाग का कहना था कि मान्यता शर्तों में धार्मिक शिक्षा देने पर प्रतिबंध है।
जांच में यह भी सामने आया कि स्कूल ने सीबीएसई से मान्यता जिस भवन के नाम पर ली थी, वास्तव में स्कूल उस स्थान पर संचालित नहीं हो रहा था। वर्तमान में विद्यालय किसी अन्य स्थान पर चलाया जा रहा है, जो नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है। इसके अतिरिक्त शिक्षकों की योग्यता संबंधी प्रमाणपत्र भी स्कूल प्रस्तुत नहीं कर पाया।
इस्लाम से जुड़ी धार्मिक शिक्षा देने और छात्रों को नमाज के लिए प्रेरित करने के आरोपों की पुष्टि के बाद शिक्षा विभाग ने बड़ा कदम उठाया। जांच रिपोर्ट के आधार पर बेसिक शिक्षा अधिकारी आशा चौधरी ने स्कूल प्रबंधक को तीन दिन के भीतर स्कूल बंद करने का नोटिस जारी कर दिया है। बेसिक शिक्षा विभाग ने स्कूल के भवन के गेट पर नोटिस चस्पा कर स्कूल बंद कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।






