
नयी दिल्ली, 27 दिसंबर 2024
देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अब हमारे बीच नही रहे। गुरुवार रात राजधानी नई दिल्ली के AIIMS में उन्होंने आखिरी सांस ली। आर्थिक सुधारों के प्रणेता सिंह के निधन पर अब उन्हें हर कोई अपने पुराने दिनों के किस्सों के साथ याद कर रहा है।

ऐसा ही अपना अनुभव साझा किया है देश के कृषि मंत्री और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने। उन्होंने कहा कि उनका अनुभव एक उदाहरण था कि किस तरह डॉ सिंह ने सदैव दलगत राजनीति से ऊपर उठकर राज्यों को हरसंभव सहयोग दिया।
शिवराज सिंह चौहान ने अपने संस्मरण में कहा ” पहले पाला को राष्ट्रीय आपदा नहीं माना जाता था और इस समस्या को लेकर मैं संघर्षरत था। यह विषय मैंने प्रधानमंत्री जी के समक्ष रखा तो उन्होंने एक कमेटी बनाई और प्रणब मुखर्जी जी, शरद पवार जी के साथ मुझे भी उसमें स्थान दिया। अंततः कमेटी ने पाला को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया। एक बार मैं मध्यप्रदेश में किसानों की समस्या को लेकर उपवास पर बैठा तो यह उनका बड़प्पन था कि उन्होंने फोन पर तुरंत उपवास तोड़ने को कहा और समस्या के निवारण का आश्वासन दिया।”
शिवराज चौहान ने आगे कहा कि मनमोहन सिंह जी सचमुच वह महान थे, निश्चय ही उनका जाना भारतीय राजनीति की बड़ी क्षति है।






